Diabetic Friendly Roti: डायबिटीज में भी बेफिक्र होकर खा सकते हैं रोटी, बस आटे में मिला लें ये 3 जरूरी चीजें
Diabetic Friendly Roti: आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं और रोटी खाना आपकी डेली डायट का हिस्सा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद जरूरी है. यहां हम आपको कुछ ऐसे इंग्रीडिएंट्स में बता रहे हैं, जिन्हें अपने गेहूं के आटे में मिलाकर आप रोटी को डायबिटिक फ्रेंडली बना सकते हैं.
Diabetic Friendly Roti: "डायबिटीज है तो रोटी छोड़ दो"- आपने भी ये बात कई बार सुनी होगी, है ना? लेकिन सच्चाई ये है कि रोटी छोड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे अपने लिए हेल्दी बनाने की जरूरत है. आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और रोजाना रोटी खाते हैं, तो अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं. कुछ आसान टिप्स और हेल्दी ट्विस्ट के साथ आप अपनी रोज की रोटी को डायबिटिक फ्रेंडली बना सकते हैं, वो भी स्वाद से समझौता किए बिना. तो चलिए जानते हैं Lifestyle में शामिल करने वाले ऐसे आसान और असरदार तरीके जिनसे आपकी रोटी बन सकती है डायबिटीक फ्रेंडली.
Diabetic Friendly Roti: क्यों जरूरी है रोटी में बदलाव?
अधिकतर लोग दिन में दो से तीन बार रोटी खाते हैं, और अगर आप बिना किसी मिलावट के गेहूं की रोटी खाते हैं, तो ये आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती है. इसका कारण है गेहूं का हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI). ग्लाइसेमिक इंडेक्स वो पैमाना है, जिसकी मदद से यह पता चलता है कि कोई फूड इंग्रीडिएंट्स कितनी तेजी से ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है. यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को गेहूं की रोटी से परहेज करने की सलाह दी जाती है. हांलाकि चिंता की बात नहीं है. कुछ साधारण इंग्रीडिएंट्स की मदद से आप अपनी रोटी को हेल्दी और डायबिटीज फ्रेंडली बना सकते हैं.
1. जौ का आटा (Barley Flour)
Photograph: (Freepik)
जौ में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है. जब आप गेहूं के आटे में 25% जौ का आटा मिलाते हैं, तो इससे रोटी का असर ब्लड शुगर पर धीमा पड़ता है. इससे शुगर स्पाइक्स कम होते हैं और डायबिटीज कंट्रोल में रहती है.
कैसे मिलाएं:
100 ग्राम गेहूं के आटे में 25 ग्राम जौ का आटा मिलाएं.
2. मेथी के बीज (Fenugreek Seeds)
मेथी दाना एक आयुर्वेदिक रामबाण है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसमें मौजूद गैलैक्टोमेनन फाइबर इंसुलिन की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है.
कैसे मिलाएं:
1 चम्मच मेथी के बीजों को रातभर भिगोकर सुबह सुखा लें और फिर पाउडर बना लें. इस पाउडर को आटे में मिलाएं.
3. अलसी के बीज (Flax Seeds)
अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और घुलनशील फाइबर न केवल दिल को सेहतमंद रखते हैं बल्कि ब्लड शुगर को भी स्थिर बनाते हैं. यह आपकी रोटी को और भी न्यूट्रिशियस बना देता है.
कैसे मिलाएं:
1 चम्मच अलसी के बीजों को हल्का सा रोस्ट कर लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें. इसे आटे में मिलाएं.
रोजाना खाने के लिए आप चाहे तो 75% गेहूं का आटा, 25% जौ का आटा, 1 चम्मच मेथी पाउडर और 1 चम्मच अलसी पाउडर को अच्छे से मिक्स करके रख सकते हैं. इससे न केवल आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा बल्कि रोटी भी स्वादिष्ट और सेहतमंद होगी.
डिस्क्लेमर: अपने खानपान में कोई भी बदलाव अपने डायबिटीज डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें.