दिल्ली की जनता को अब और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने जा रही हैं. दिल्ली सरकार ने एक नई पहल के तहत राजधानी में ‘आरोग्य मंदिर’ स्वास्थ्य केंद्रों की योजना बनाई है, जो वर्तमान मोहल्ला क्लीनिक से कहीं ज्यादा सुविधाओं से लैस होंगे. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अगले एक वर्ष के भीतर इस योजना को धरातल पर उतारने का लक्ष्य रखा गया है.
क्या हैं आरोग्य मंदिर?
आरोग्य मंदिर दिल्ली सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को अगले स्तर पर ले जाने के लिए बनाया गया है. इन केंद्रों में न केवल ओपीडी की सुविधा होगी, बल्कि मरीजों को वहीं पर जरूरी दवाइयां और टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
आरोग्य मंदिर की मुख्य विशेषताएं:
1. आबादी के हिसाब से दो श्रेणियों में होंगे आरोग्य मंदिर:
हर 15,000 की आबादी पर:
- एक छोटा आरोग्य मंदिर बनाया जाएगा.
- इनमें ओपीडी के साथ-साथ 15 तरह के टेस्ट किए जाएंगे.
- सभी आवश्यक दवाइयां मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी.
हर 50,000 की आबादी पर :
- एक बड़ा आरोग्य मंदिर स्थापित किया जाएगा.
- 50 प्रकार के टेस्ट की सुविधा होगी.
- यहां नॉर्मल डिलीवरी और डे केयर सेवाएं भी मिलेंगी.
- इमरजेंसी वार्ड बनाने की तैयारी
2. आधुनिक लैब प्रणाली:
- हर जिले में एक अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड लैब तैयार की जाएगी.
- ये लैब सभी आरोग्य मंदिरों से जुड़ी होगी, जिससे टेस्ट रिपोर्ट्स डिजिटल रूप से इंटीग्रेट की जा सकेंगी.
- आरोग्य मंदिर सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक आम जनता के लिए खुले रहेंगे.
सरकार ने सभी विधायकों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थान चिह्नित करें, जहां ये आरोग्य मंदिर बनाए जा सकें. इस पूरे प्रोजेक्ट को एक साल के भीतर लागू करने का लक्ष्य है. दिल्ली सरकार की यह योजना राजधानी की स्वास्थ्य व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव ला सकती है.