पैरों की लगातार सूजन को लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. पैरों में लगातार सूजन आना एक बीमारी है जिसे एडिमा कहा जाता है. हालांकि लोग इसे मामूली समझ लेते हैं. लेकिन आप कभी भी इसे हल्के में ना लें. लोग समझते हैं कि यह थकान और देर तक खड़े होने का नतीजा है, लेकिन ऐसा नहीं होता है बल्कि कई बार यह गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. जिसे लोग नजरअंदाज कर देते है. आइए आपको बताते है.
क्या है इसके कारण
लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना: इससे गुरुत्वाकर्षण के कारण पैरों में खून और पानी जमा हो जाते हैं.
गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं में शरीर में पानी बढ़ने और बच्चेदानी के दबाव के कारण पैरों में सूजन आम है.
ज्यादा वजन: मोटापा पैरों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे सूजन हो सकती है.
चोट या मोच: पैर या टखने में चोट लगने पर सूजन आ सकती है.
कुछ दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे ब्लड प्रेशर की दवाएं, स्टेरॉयड, या हार्मोनल दवाएं, सूजन का कारण बन सकती हैं.
ज्यादा नमक खाना: ज़्यादा नमक खाने से शरीर में पानी रुकता है, जिससे सूजन हो सकती है.
क्या है इसके लक्षण
दिल की बीमारी: अक्सर जब दिल कमजोर होता है और शरीर में खून को ठीक से पंप नहीं कर पाता, तो खून पैरों और टखनों में जम जाता है. इससे पैरों में सूजन आ सकती है.
किडनी की बीमारी: किडनी का काम शरीर से ज्यादा पानी और बेकार पदार्थों को बाहर निकालना है. अगर किडनी ठीक से काम नहीं करती है, तो ये तरल पदार्थ शरीर में जमा होने लगते हैं.
लिवर की बीमारी: लिवर शरीर में एल्बुमिन नाम का प्रोटीन बनाता है, जो खून की नसों में पानी को बनाए रखने में मदद करता है. जिससे पैरों और पेट में सूजन आ सकती है.
थायरॉयड की समस्या: थायरॉयड ग्रंथि के कम काम करने पर शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे तरल पदार्थ जमा हो सकते हैं और पैरों, टखनों और चेहरे पर सूजन आ सकती है.
खून के थक्के: पैरों की गहरी नसों में खून का थक्का जमना (DVT) एक गंभीर समस्या है. इसमें आमतौर पर एक पैर में अचानक सूजन, दर्द, लालिमा और गर्माहट महसूस होती है.
लिम्फेडिमा: यह लिम्फेटिक सिस्टम में समस्या के कारण होता है. अगर लिम्फेटिक नसें खराब या बंद हो जाती हैं, तो तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं, जिससे एक या दोनों पैरों में लगातार सूजन बनी रहती है.
वेरकोस वेन्स या नसें कमजोर होना: पैरों की नसें कमजोर होने या उनमें वॉल्व खराब होने पर खून पैरों से वापस दिल की तरफ ठीक से नहीं जा पाता. इससे खून पैरों की नसों में जमा होने लगता है और पैरों व टखनों में सूजन आ सकती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.