अक्सर आपने देखा होगा कि लोग साफ-सफाई को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब भी साफ-सफाई करने की बात होती है तो उसे नजरअंदाज कर देते हैं. वहीं इसमें से एक बेडशीट भी है. अक्सर कई लोगों के कमरे में बेडशीट कई महीनों तक बिछी रहती है. जिससे की उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जिसके लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी है. लोगों को ये नहीं पता होता है कि कितने दिन में बेडशीट चेंज करनी चाहिए. आइए आपको बताते हैं कि गंदी बेडशीट यूज करने से क्या दिक्कत हो सकती है.
हेल्थ एक्सपर्ट की बात करें तो आपको हर 7 से 10 दिनों के अंदर बेडशीट को बदल देना चाहिए. गंदी बेडशीट में धूल, पसीना और बैक्टीरिया जमा होते हैं, जो एलर्जी, स्किन डिजीज और संक्रमण का कारण बन सकते हैं. इसकी साफ-सफाई बेहद जरूरी है. अगर आपको ज्यादा पसीना आता है या आपके घर में धूल ज्यादा रहती है, तो 5 दिनों के अंदर बेडशीट बदल देनी चाहिए. वहीं कुछ लोग अपने बेड पर पालतू जानवर को भी बैठा लेते हैं, ऐसे लोगों को 3 से 5 दिन में बेडशीट बदल देनी चाहिए.
इन कंडीशन में बदल देनी चाहिए
डॉक्टर्स की मानें तो कुछ कंडीशन में हर दिन या 2-3 दिन के अंदर बेडशीट जरूर बदल देनी चाहिए. स्किन इंफेक्शन, डेंगू फीवर, वायरल फीवर की कंडीशन में बेडशीट को हर 2 दिन में बदलने की कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा अस्थमा और डस्ट एलर्जी से जूझ रहे लोगों को 2-3 दिन में बेडशीट बदल देनी चाहिए. छोटे बच्चों और बुजुर्गों के बेड की बेडशीट को भी सप्ताह में कम से कम 2 बार जरूर बदलना चाहिए, ताकि उनकी सेहत ठीक बनी रहे.
हो सकती हैं ये दिक्कतें
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बेडशीट पर आपकी त्वचा से निकलने वाला ऑयल, डेड स्किन सेल्स और पसीना जमा होता है. गंदी चादर में ये सब बैक्टीरिया और फंगस का घर बनाते हैं, जिससे एक्ने, रैशेज और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं. बेडशीट पर मौजूद धूल और डस्ट माइट्स सांस संबंधी रोगों को बढ़ा सकते हैं. इससे एलर्जी, छींकें, नाक बहना, और अस्थमा के अटैक हो सकते हैं. अगर आपके शरीर में किसी प्रकार की चोट या कट है, तो गंदी चादर से बैक्टीरिया घाव में प्रवेश कर सकते हैं. इससे स्किन इन्फेक्शन या सिस्ट बन सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.