Acharya Balkrishna Tips: मौसम कोई भी हो कई बार शरीर का दर्द हद से ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके लिए लोगों को दवाई का सहारा लेना पड़ता है और कई बार तो दवाई भी असर नहीं करती है. इन दिनों लोगों को अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस भर गया है. वहीं तनाव के कारण लोगों की नीदं खराब होती है. जिसकी वजह से शरीर कई बीमारियों का घर बन जाता है. ऐसे में लोगों का दिमाग खराब हो जाता है. वहीं आचार्य बालकृष्ण ने इसके लिए कुछ उपाय बताए है.
जटामांसी का करें इस्तेमाल
आचार्य बालकृष्ण ने जटामांसी के बारे में बताया है. जटामांसी में कई पोषक तत्व होते हैं. इसमें एक्टिनिडीन, अरिस्टोलीन, कैरोटीन, कैरलीन जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं. इसमें नर्डोल, नार्डोस्टाचोन, एलेमोल, विरोलिन, एंजेलिविन, ओरेसेलोल जैसे कंपाउंड भी मौजूद होते हैं. जिससे शरीर को मानसिक शक्ति के साथ कई लाभ मिलते हैं.
तनाव होगा कम
जटामांसी में प्राकृतिक एडाप्टोजेनिक गुण होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं. यह कोर्टिसोल हार्मोन यानी तनाव हार्मोन के लेवल को संतुलित करता है और मन को शांत करता है.
अच्छी नींद
जटामांसी को अनिद्रा के लिए एक बेहतरीन औषधि माना जाता है. यह तंत्रिका तंत्र को शांत करता है. ये गहरी और बेहतर नींद लाने में मदद करता है. वहीं सोने से पहले स्पाइकनार्ड तेल से मालिश करने से दिमाग शांत होता है और अच्छी नींद आने में मदद मिलती है.
याददाश्त बढ़ाने में असरदार
यह दिमाग को तेज करने, एकाग्रता बढ़ाने और याददाश्त को मजबूत करने में मदद करता है. इसमें एंटीडिप्रेसेंट गुण होते हैं. जो उदासी और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करते हैं. यह सेरोटोनिन और डोपामाइन को संतुलित करने में मदद करता है.
कैसे करें इसका सेवन
रात को सोने से पहले आधा चम्मच जटामांसी चूर्ण गुनगुने दूध या शहद के साथ लें. इसे ब्राह्मी और शंखपुष्पी के साथ मिलाकर पीना मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. 1 चम्मच जटामांसी की जड़ को 2 कप पानी में उबालें और जब आधा रह जाए तो इसे पी लें. इसे रोजाना पीने से मन शांत और अच्छी नींद आती है. इसके अलावा आप समुद्री तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे भी नींद अच्छी आती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.