Acharya Balkrishna Tips: आचार्य बालकृष्ण ने बताया नौतपा से बचने के देसी नुस्खे

Acharya Balkrishna Tips: नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो चुकी है और इस दौरान शरीर को खास देखभाल की जरूरत होती है. वहीं इस दौरान कई बीमारियों के खतरे बढ़ जाते है. जिसके लिए आचार्य बालकृष्ण ने देसी नुस्खे बताए है.

Acharya Balkrishna Tips: नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो चुकी है और इस दौरान शरीर को खास देखभाल की जरूरत होती है. वहीं इस दौरान कई बीमारियों के खतरे बढ़ जाते है. जिसके लिए आचार्य बालकृष्ण ने देसी नुस्खे बताए है.

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Nidhi Sharma
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Acharya Balkrishna Tips:

Acharya Balkrishna Tips Photograph: (Social Media)

Acharya Balkrishna Tips: नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो चुकी है इस दौरान शरीर का ध्यान रखना जरूरी होती है,  क्योंकि इस दौरान संक्रमण और लू लगने का खतरा बढ़ जाता है. जिससे की कई गंभीर बीमारी हो सकती है. इसके लिए आचार्य बालकृष्ण ने कुछ ऐसे पत्ते मौजूद होते हैं जो कि कई बीमारियों का इलाज करते हैं. इन्हें अगर आप नौतपा में खा लेंगे तो इससे आपको नौतपा से राहत मिल जाएगी. आइए आपको अन पत्तों के बारे में बताते है. 

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इन बीमारियों से छुटकारा 

 इनमें करी पत्ता, तुलसी के पत्ते और पुदीने के पत्ते शामिल हैं. इन पत्तों से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल, डाइजेशन सिस्टम हेल्दी रहता है और गर्मी में लू लगने का खतरा भी कम होता है. इसके साथ ही इस मौसम में आप मलेरिया और बुखार संक्रमण से बचे रहते हैं. ऐसे में अगर आप तुलसी के पत्तों और मिश्री का काढ़ा बनाकर पीते हैं, तो बुखार में आराम मिलेगा और शरीर की कमजोरी भी दूर होगी.

करी पत्ता

करी पत्ता, जिसे मीठी नीम भी कहा जाता है, ये टेस्टी ही नहीं बल्कि आयुर्वेदिक रूप से दवा का भी काम करती है. इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन A, B, C, और E, साथ ही एंटीऑक्सिडेंट्स, आयरन, फाइबर और कैल्शियम पाए जाते हैं. ऐसे में अगर आप इसका सेवन करते हैं या फिर सुबह खाली पेट इसे चबाते हैं, तो ये बीपी और शुगर को कंट्रोल करता है. साथ ही इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और हार्ट लंबे समय तक हेल्दी बना रहता है. इसके अलावा इससे आपका वजन भी कम होता है और स्किन हेल्दी बनी रहती है.

तुलसी के पत्ते 

तुलसी भारतीय घरों में न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह एक औषधीय पौधा भी है. आयुर्वेद में तुलसी को “जड़ी-बूटियों की रानी” कहा जाता है. इससे लोग कई तरह की घरेलू दवा भी बनाते हैं. तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं. यह सर्दी, खांसी और फ्लू से लड़ने में मदद करती है. अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और खांसी में फायदेमंद होती है. तुलसी की चाय या काढ़ा सांस नली को साफ करता है.

पुदीने के पत्ते

पुदीना न केवल स्वाद में ताजगी भरता है, बल्कि आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में इसका विशेष औषधीय महत्व भी है. पुदीने के पत्ते विटामिन A, C, B कॉम्प्लेक्स, और आयरन, पोटेशियम, फाइबर से भरपूर होते हैं. ये पाचन एंजाइम को सक्रिय करते हैं. गैस, बदहजमी, कब्ज और पेट फूलने की समस्या से राहत देते हैं. इसमें मेन्थॉल होता है, जो गले की खराश, बंद नाक और खांसी को आराम दिलाता है. मेन्थॉल की ठंडी तासीर मानसिक तनाव और सिरदर्द को कम करती है. इसके अलावा, यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.

 

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