Acharya Balkrishna Health Tips: लिवर मानव शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है. यह टॉक्सिन्स को फिल्टर करता है, पाचन में सहायता करता है, ऊर्जा संग्रहित करता है और इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करता है. ऐसे में लिवर का ध्यान रखना जरूरी है, लिवर संबंधी समस्याओं का इलाज के लिए हम आपको कुछ रामबाण उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्हें आप अपनी लाइफस्टाइल में अपना सकते हैं. इस बारे में आचार्य बालकृष्ण बताया है.
शरपुंखा
शरपुंखा लिवर के लिए एक उपयोगी औषधि है, जो लिवर से संबंधित कई बीमारी से इंसान का बचाव करती है. आचार्य बालकृष्ण कहते है, जिन्हें लिवर से संबंधित कोई परेशानी है, तो वह शरपुंखा का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. इससे काफी लाभ होगा. बता दें, 5-10 ग्राम शरपुंखा के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाया जा सकता है.
क्या है शरपुंखा
पुराने समय से ही भारत में कई जड़ी-बूटियों से इलाज किया जा रहा है, जिसमें शरपुंखा एक जड़ी-बूटी है. साइंस की भाषा में इस 'Tephrosia purpurea' के नाम से जाना जाता है. बता दें, भारत में पाई जाने वाली एक बारहमासी, बहुत ज्यादा शाखाओं वाली जड़ी-बूटी है और इसके कई भागों (पत्तियां, फूल, जड़ें) का उपयोग करने से लिवर से संबंधित परेशानी दूर हो सकती है. ऐसा माना जाता है कि शरपुंखा में सूजन रोधी, घाव नाशक और घाव भरने वाले गुण होते हैं, जो लिवर से संबंधित की परेशानी को ठीक करने में अपना पूरा योगदान देते हैं. शरपुंखा का प्रयोग लिवर संबंधी समस्याओं के साथ- साथ त्वचा के रोगों में भी लाभकारी हो सकता है.
इन दिक्कतों के लिए फायदेमंद
शरपुंखा लिवर सिरोसिस के इलाज के लिए एक प्रभावी जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है. यह लिवर के टॉक्सिन्स में मदद करता है और नई लिवर सेल्स के पुनर्जनन में भी मदद करता है. यह जड़ी बूटी नाक से खून आना, वजन कम होना, भूख कम लगना, पीलिया (पीला रंग), भूख न लगना, त्वचा में खुजली, कमजोरी, पेट में सूजन (जलोदर) और पैरों में सूजन (एडिमा) जैसे लक्षणों में भी राहत प्रदान करती है. इसलिए, यह लिवर डिसऑर्डर के इलाज के लिए एक प्रभावी जड़ी बूटी है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.