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जानिए, त्वचा पर सनस्क्रीन से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में

तपती गर्मियां शुरू हो चुकी है और इस झुलसाने वाली धूप से सबसे बुरा असर आपकी त्वचा पर पड़ता है। केमिकल युक्त सनस्क्रीन एक्ने प्रोन त्वचा को बेहद नुक्सान पहुंचती है।

Updated on: 01 Apr 2017, 10:08 AM

नई दिल्ली:

तपती गर्मियां शुरू हो चुकी है और इस झुलसाने वाली धूप से सबसे बुरा असर आपकी त्वचा पर पड़ता है। सूरज से निकलने वाली हानिकारक किरणों से बचने के लिए आप अलग- अलग कंपनियों की सनस्क्रीन का इस्तेमाल होंगे।

सनस्क्रीन में मौजूद टेट्रासाइक्लिन, सल्फा ड्रग्स और फेनोथियाजिन्स जैसे केमिकल इंग्रीडियंट होते है जो कि आपकी त्वचा को नुक्सान पहुंचा सकते है। अगर आपकी त्वचा सेन्सटिव है तो आपको केमिकल युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिए।

जानिए सनस्क्रीन में मौजूद केमिकल एलमेंट का ज्यादा इस्तेमाल करने से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में।

 

एक्ने
एक्ने

एक्ने
केमिकल युक्त सनस्क्रीन एक्ने प्रोन त्वचा को बेहद नुक्सान पहुंचती है। आप नॉन-कॉमेडोजेनिक और नॉन-ऑइली सनस्क्रीन का इस्तेमाल कर सकते है। बॉडी सनस्क्रीन का इस्तेमाल कभी भी चेहरे पर न करें।

स्किन एलर्जी
स्किन एलर्जी

स्किन एलर्जी
एलर्जी घातक रूप लेने में ज्यादा वक़्त नही लेती। केमिकल्स की वजह से स्किन पर एलर्जी होने की सम्भावना कई गुना ज्यादा हो जाती है। इससे इरिटेशन जैसे स्वेलिंग, लाल होना, रैशेज और इचिंग जैसी समस्या पैदा करते हैं। PABA एक ऐसा केमिकल है जो बहुत सारे सनस्क्रीन में पाये जाते हैं और जिससे एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है। कई मशहूर ब्रांड के सनस्क्रीन के पैकिंग लेबल से हटा दिया जाता है। जिंक ऑक्साइड वाले सनस्क्रीन से भी एलर्जी का कम खतरा होता है। एलर्जी होने पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल न करे और तुरंत डॉक्टर की सलाह ले।

आंखों में जलन
आंखों में जलन

आंखों में जलन
आंखें बेहद संवेदनशील होती है। फेस पर सनस्क्रीन लगते वक़्त अगर आंखों में चली जाये तो इससे आंखों में जलन भी हो सकती है। इन केमिकल्स की वजह से आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ सकता है इसलिए आंखों में सनस्क्रीन चला जाए तो इसे ठंडे पानी से तुरंत धोने की सलाह दी जाती है ।

ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर

ब्रेस्ट कैंसर
कुछ सनस्क्रीन में मौजूद घातक केमिकल्स से ब्रेस्ट सेल्स पर एस्ट्रोजेनिक इफेक्ट पड़ता है। कुछ सनस्क्रीन एस्ट्रोजन लेवल पर भी गलत असर डालती है। बच्चों की बॉडी पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल बिलकुल भी न करे। बच्चों की कोमल और नाजुक त्वचा केमिकल जल्दी एब्जॉर्ब करती है जो उनके लिए काफी हानिकारक होता है।