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अब इंस्टाग्राम से चलेगा पता कि कहीं आप डिप्रेशन का शिकार तो नहीं

लोकप्रिय एप इंस्टाग्राम न सिर्फ स्टोरीज साझा या फोटो अपलोड करने तक सीमित है बल्कि यह डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के लिए मददगार है।

Updated on: 08 Aug 2017, 09:31 PM

नई दिल्ली:

लोकप्रिय एप इंस्टाग्राम न सिर्फ स्टोरीज साझा या फोटो अपलोड करने तक सीमित है बल्कि यह डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के लिए मददगार है। हावर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मांट के शोधकर्ताओं के मुताबिक इंस्टाग्राम फीड डिप्रेशन के लक्षणों को जानने में डॉक्टर से ज्यादा बेहतर है। शोधकर्ताओं ने 166 प्रतिभागियों से 43,950 इंस्टाग्राम फ़ोटो का विश्लेषण करने के लिए एक 'मशीन लर्निंग कंप्यूटर प्रोग्राम' का इस्तेमाल किया।

उन्होंने पाया कि इंस्टाग्राम फ़ीड का कंप्यूटर का विश्लेषण सामान्य चिकित्सक की तुलना में बेहतर था। वर्वरों की कम्प्यूटेशनल स्टोरी लैब विश्वविद्यालय में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग और चेस्टरोफर एम डानफर्थ में एंड्रयू जी रीस ने पाया कि कुछ इंस्टाग्राम फ़िल्टर डिप्रेशन से जुड़े थे।

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डिप्रेशन से जूझ रहे लोग फ़िल्टर का यूज नहीं करते या 'इंकवेल' का इस्तेमाल करते है - जो तस्वीरों को ब्लैक एंड व्हाइट करता है

शोधकर्ताओं के मुताबिक इस बीच, 'वालेंसिया' फ़िल्टर स्वस्थ लोगों के साथ जुड़ा था हाल ही में हुई स्टडी में शोधकर्ताओं ने लिखा, डिप्रेस्ड इंस्टाग्राम यूजर की पोस्ट पर ज्यादा लाइक्स न होने के साथ साथ वे ज्यादातर फोटोज पर ब्लू, ग्रे और डार्क कलर्स की कलर स्कीम का ज्यादा यूज करते

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