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यूपीए सरकार में किसके आदेश पर हुई थी Surgical Strike, पीएम मोदी ने कांग्रेस के दावे पर उठाए सवाल

पीएम मोदी ने कहा कि तत्‍कालीन सेना प्रमुख ने भी कहा है कि उस समय किसी Surgical Strike के बारे में उन्‍हें कोई जानकारी नहीं है. यह किस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक थी?

Updated on: 09 May 2019, 10:28 AM

highlights

  • यूपीए सरकार में किसके आदेश पर हुई थी सर्जिकल स्‍ट्राइक
  • कहां है आदेश की कॉपी, यह किस तरह की सर्जिकल स्‍ट्राइक थी 
  • तत्‍कालीन सेना प्रमुख को भी सर्जिकल स्‍ट्राइक की जानकारी नहीं

नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सर्जिकल स्‍ट्राइक करने के कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दावे को सिरे से नकार दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि मेरी जानकारी में मनमोहन सिंह की सरकार के समय कोई सर्जिकल स्‍ट्राइक (Surgical Strike) नहीं हुई थी. उन्‍होंने यह भी कहा कि अगर सर्जिकल स्‍ट्राइक हुए थे तो किसके आदेश पर हुआ था और वह आदेश की कॉपी कहां है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स को इंटरव्‍यू देते हुए ये बातें कहीं.

पीएम मोदी ने कहा कि तत्‍कालीन सेना प्रमुख ने भी कहा है कि उस समय किसी सर्जिकल स्‍ट्राइक के बारे में उन्‍हें कोई जानकारी नहीं है. यह किस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक थी? किसने इसके लिए आदेश जारी किए? इनका जवाब यूपीए को देना चाहिए. पीएम मोदी बोले, "मैं बस इतना कह सकता हूं कि हमें इससे संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं मिला."

उन्‍होंने कहा, "एक दशक से भारत सरकार ने पाक प्रायोजित आतंक पर हाथ बांध रखे थे. पाकिस्तान लगातार हमले कर रहा था, लेकिन इन्हें अंजाम देने वालों को कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ रही थी. आतंकियों और उनके प्रायोजकों को एक तरह से छूट दी गई थी कि वे कुछ भी करके निकल जाएंगे. उरी हमले के बाद 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले के बाद फरवरी 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक से हमने संदेश दिया कि उन्हें अब इसकी कीमत चुकानी होगी.

उन्होंने कहा, "अब वे भारत के खिलाफ आतंक प्रायोजित करने की नीति से पहले सोचेंगे कि यह उनके अस्तित्व के लिए खतरनाक होगा. भविष्य में ऐसे हमले होने की स्थिति में सरकार पर कार्रवाई का दबाव बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या दबाव के भय से कुछ न करें?

मसूद अजहर से जुड़े मुद्दे को चीन से जोड़ने को गलत बताते हुए उन्‍होंने कहा, "हर कोई इसे चीन से जोड़कर देख रहा है, जो गलत है. वास्तव में यह वैश्विक आतंकवाद का मुद्दा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे आत्‍मविश्‍वास से कहा, "26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के दिन से उन्हें भरोसा है कि वह सत्ता में वापसी करेंगे. उन्‍होंने चुनाव ‘प्रेसिडेंशियल’ तरीके से होने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "चुनाव प्रदर्शन पर होता है न कि धारणा पर, इस चुनाव में केवल नाम ही काम कर रहा है कहना गलत है.