logo-image

सैम पित्रौदा ने सिख दंगों पर दिए बयान पर माफी मांगी, कमजोर हिंदी को ठहराया जिम्मेदार

Sam Pitroda बोले, 'जो हुआ वह बुरा हुआ' कहना चाहता था, लेकिन मैं अपने दिमाग में 'बुरा' का अनुवाद नहीं कर पाया. मूझे खेद हैं कि मेरे बयान के गलत मतलब निकाले गए. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.

Updated on: 11 May 2019, 01:29 PM

highlights

  • 'जो हुआ वह बुरा हुआ' कहना चाहता था, लेकिन मैं अपने दिमाग में 'बुरा' का अनुवाद नहीं कर पाया.
  • मूझे खेद हैं कि मेरे बयान के गलत मतलब निकाले गए. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.
  • हमारे पास बात करने के लिए और भी कई मुद्दे हैं. खासकर बीजेपी ने क्या वादे किए थे और क्या काम किए.

नई दिल्ली.:

Sam Pitroda Apologises for Sikh Riots comment - कांग्रेस पार्टी (Congress) के सिख दंगों (Sikh Riots) वाले बयान से किनारा कर लेने के बाद अंततः सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) को सफाई देने के लिए खुद आगे आना पड़ा. उन्होंने एक और कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर की तरह ही बयान पर अपनी सफाई को कमजोर हिंदी के मत्थे मढ़ दिया. उन्होंने कहा कि मेरे कहने का आशय ऐसा कतई नहीं था. मैंने कहा कुछ और था और उसका अर्थ कुछ और निकाला गया. मैं अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं. साथ ही चाहता हूं कि इस मसले को पीछे छोड़कर आगे बढ़ा जाए.

यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान से आ रहे कार्गो विमान को लैंडिंग के लिए एयरफोर्स ने किया मजबूर, पायलट से पूछताछ जारी

कांग्रेस ने बताया था सिख दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा
गौरतलब है कि सैम पित्रौदा के सिख दंगों पर बयान कि जो हुआ सो हुआ, उसे भूल जाओ और अब मसलों पर बात करो, बयान को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसे अपनी राजनीतिक सभाओं में जोर-शोर से उठाकर कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी. दिल्ली में ऐन मतदान से पहले कांग्रेस की ओर से हुए सेल्फगोल की भरपाई के लिए शुक्रवार को पार्टी ने बयान से खुद को अलग कर लिया. अभिषेक मनु सिंघवी ने इस बयान को सिख दंगों के पीड़ितों को जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा बताया. साथ ही सैम पित्रौदा को नसीहत भी जारी की.

यह भी पढ़ेंः चीन को जवाब देने के लिए दक्षिण चीन सागर में उतरी Indian Navy, पढ़ें पूरी खबर

'दिमाग में 'बुरा' का अनुवाद नहीं हो पाया'
इसके बाद सैम पित्रौदा को खुद सामने आकर बयान पर अपनी सफाई देनी पड़ी. उन्होंने कहा, मेरी हिंदी बहुत अच्छी नहीं है. इसलिए मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया. मैं 'जो हुआ वह बुरा हुआ' कहना चाहता था, लेकिन मैं अपने दिमाग में 'बुरा' का अनुवाद नहीं कर पाया. मूझे खेद हैं कि मेरे बयान के गलत मतलब निकाले गए. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.

यह भी पढ़ेंः बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दी थी अटल बिहारी वाजपेयी को धमकी, क्या था उसका पीएम नरेंद्र मोदी से कनेक्शन

बीजेपी पर फिर से साधा निशाना
यही नहीं, सैम पित्रौदा ने यह भी कहा कि अब मैं अपनी कही बात से आगे बढ़ना चाहता हूं. हमारे पास बात करने के लिए और भी कई मुद्दे हैं. खासकर बीजेपी ने क्या वादे किए थे और क्या काम किए. मैं एक बार फिर अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं और मुझे खेद है कि मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया. उसे जिस तरह से प्रचारित किया गया, वह मेरा आशय कतई नहीं था.