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बैन के बाद साध्वी प्रज्ञा का मंदिर-मंदिर घूमना जारी, आज भी कई जगह की पूजा-अर्चना

साध्वी प्रज्ञा शंकराचार्य नगर में ही मौजूद शिव दुर्गा हनुमान मंदिर पहुंची. जहां उन्होंने लोगों के बीच भजन मंडली के साथ बैठकर खूब झांझ मंजीरा बजाए.

Updated on: 03 May 2019, 05:41 PM

नई दिल्ली:

भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा (Sadhvi Pragya) पर निर्वाचन आयोग के बैन के बाद उनका मंदिर-मंदिर घूमना जारी है. आज साध्वी पुराने भोपाल के बजरिया इलाके में शंकराचार्य नगर में मौजूद पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंची और यहां प्रतिमाओं के दर्शन किए. साध्वी प्रज्ञा ने यहां आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य जैन मुनी अजीत सागर से आशीर्वाद लिया.

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इसके बाद प्रज्ञा शंकराचार्य नगर में ही मौजूद शिव दुर्गा हनुमान मंदिर पहुंची. जहां उन्होंने लोगों के बीच भजन मंडली के साथ बैठकर खूब झांझ मंजीरा बजाए. प्रज्ञा यहां करीब आधे घंटे रुकी और कीर्तन में शामिल हुई. निर्वाचन आयोग के बैन के मद्देनजर प्रज्ञा ने यहां कोई बातचीत नहीं की. हालांकि मंदिर में प्रज्ञा को देखने के लिए भीड़ का तांता लगा रहा.

इसके अलावा प्रज्ञा आरती में भी शामिल हुई जहां काली का वेश धारण करें एक श्रद्धालु ने आरती में उनका साथ दिया. इसके बाद साध्वी प्रज्ञा बैठकों में शामिल होने के लिए अपने निवास लौट गई और पहले दिन जिस तरह दिन भर मंदिर-मंदिर चलने का सिलसिला चल रहा था. वो बैन के अगले दिन कुछ सिमटता हुआ नजर आया.

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बता दें कि साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ यह कार्रवाई बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) विध्वंस को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान की गई है. साध्वी प्रज्ञा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने वाले लोगों में से थीं और इस पर उन्हें गर्व है. साध्वी प्रज्ञा ने चैनल से कहा, 'हमने देश से एक कलंक को मिटाया. हम ढांचा को गिराने गए. मुझे काफी गर्व है कि ईश्वर ने मुझे यह मौका दिया और मैं इस कार्य को कर सकी. हम विश्वास दिलाते हैं कि उस स्थल पर राममंदिर का निर्माण होगा.'

साध्वी के इस बयान के चंद घंटों के अंदर ही चुनाव आयोग (Election Commission) ने उन्हें नोटिस थमा दिया था. साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच में आयोग ने इस बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना. चुनाव आयोग ने बुधवार को जारी अपने आदेश में उनके बयान की कड़ी निंदा की और उन्हें भविष्य में इस प्रकार का कदाचार नहीं दोहराने की चेतावनी दी.

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