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पीएम नरेंद्र मोदी की दो-दो रैलियों ने उड़ाई बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की नींद, डर से लिया यह फैसला

पहले 'दीदी' 4 अप्रैल से अपने लोकसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश करने जा रही थीं, लेकिन पीएम मोदी की दो बड़ी रैलियों को देख उन्होंने अपनी दिनहाटा रैली एक दिन पहल ही रख ली.

Updated on: 03 Apr 2019, 11:43 AM

कोलकाता.:

पश्चिम बंगाल में इस चुनाव बड़ी संभावनाएं तलाश रही भारतीय जनता पार्टी 'बीजेपी' लक्ष्य प्राप्ति के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है. इस फेर में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य के दो अलग-अलग कोनों में दो बड़ी रैलियां हैं. मोदी के इस आक्रामक चुनाव अभियान में तृणमूल कांग्रेस सरकार पर संभावित हमले से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 'भयभीत' नजर आ रही हैं. संभवतः इसी भय से 'दीदी' ने अपनी रैली का दिन और समय बदल दिया है. माना जा रहा है कि इस तरह ममता बनर्जी पीएम मोदी के संभावित हमलों का जवाब देने का सही मौका हासिल करना चाहती हैं.

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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित सिलीगुड़ी और दक्षिण में कोलकाता में बुधवार को रैली करने जा रहे हैं. बीजेपी की बंगाल इकाई को लग रहा है कि मोदी की रैली राज्य के बीजेपी काडर को जोश और उत्साह की 'बूस्टर डोज' देने का काम करेगी. इसके पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली ने कार्यकर्ताओं में नई ऑक्सीजन भरने का काम किया था.

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यहां यह भूलना नहीं चाहिए कि केंद्र सरकार के खिलाफ ममता सरकार ने खुला मोर्चा खोला हुआ है. मसला चाहे सीबीआई का उनके चहेते आईपीएस राजीव कुमार से पूछताछ का हो या बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली को अनुमति नहीं देने का. राज्य की ममता सरकार आमने-सामने की लड़ाई में पीछे नहीं हटने का संकेत देती आई हैं.

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इसकी वजह भी साफ है पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को अगर किसी से खतरा लग रहा है, तो वह वाम मोर्चा या कांग्रेस नहीं, बल्कि बीजेपी है. राजनीतिक पंडित भी मान रहे हैं कि राज्य में बीजेपी के मत प्रतिशत में इस लोकसभा चुनाव में बढ़ोत्तरी होना तय है. इस बात ने 'दीदी' की भी नींद उड़ा रखी है. वह बीजेपी को ऐसा एक भी मौका नहीं देना चाहती हैं, जो उसे राज्य में मतदाताओं के बीच बढ़त बनाने में मदगार साबित हो.

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संभवतः इसी फेर में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की बुधवार को दो बड़ी रैलियों को देखते हुए अपनी पूर्वनियोजित रैली के दिन और समय में ऐन मौके बदलाव करना ही उचित समझा. पहले 'दीदी' 4 अप्रैल से अपने लोकसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश करना चाहती थीं, लेकिन पीएम मोदी की दो बड़ी रैलियों को देख उन्होंने अपनी दिनहाटा रैली एक दिन पहल ही रख ली. अब वह पीएम मोदी की सिलिगुड़ी रैली के ठीक बाद दिनहाटा से बुधवार को ही अपने प्रचार अभियान का श्रीगणेश करेंगी. पीएम मोदी की सिलीगुड़ी रैली एक बजे से है, जबकि ममता ने दिनहाटा रैली के लिए दोपहर 3 बजे का वक्त तय किया है.