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परिणाम घोषित होने में देरी के बावजूद विपक्षी दल ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों से मिलान को तैयार

विपक्षी दल चुनाव परिणामों की घोषणा में पांच दिनों के विलंब के लिए भी तैयार हैं. बशर्ते चुनाव आयोग ईवीएम में पड़े 50 फीसदी मतों का वीवीपैट से निकली पर्चियों से मिलान करे.

Updated on: 07 Apr 2019, 04:00 PM

नई दिल्ली.:

देश के 21 विपक्षी राजनीतिक दलों ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि वह चुनाव परिणामों की घोषणा में पांच दिनों के विलंब के लिए भी तैयार हैं. बशर्ते चुनाव आयोग ईवीएम में पड़े 50 फीसदी मतों का वीवीपैट से निकली पर्चियों से मिलान करे.

शनिवार को दाखिल हलफनामे में तेलुगूदेशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'आम चुनाव के परिणामों में यदि पांच दिन का विलंब होता है, तो यह कोई लंबा इंतजार नहीं होगा. खासकर जब इस प्रक्रिया से चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और विश्वास बहाली हो रही है.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परिणामों की घोषणा में विलंब तभी संभव है जब चुनाव आयोग इस मिलान और गणना के लिए जरूरी अतिरिक्त मानव श्रम न लगाए. अगर अतिरिक्त मानव श्रम लगा दिया जाए तो उसी दिन परिणाम प्राप्त किए जा सकेंगे.

गौरतलब है कि सर्वोच्च अदालत ने ईवीएम में डाले गए मतों के 50 फीसदी मतों को वीवीपैट से निकली पर्ची मिलान पर परिणाम घोषित करने की प्रक्रिया में पांच दिन की देरी का अंदेशा जताया था. इस पर सर्वोच्च न्यायालय ने 8 अप्रैल तक विपक्षी दलों से अपना पक्ष स्पष्ट कर जवाब दाखिल करने को कहा था. इसके पहले विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर ईवीएम में पड़े वोटों में से 50 फीसदी को वीवीपैट की पर्चियों से मिलान करने को कहा था.

इस हलफनामे पर चंद्रबाबू नायडू के साथ कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, आप के अरविंद केजरीवाल, सपा के अखिलेश यादव, एनसीपी के शरद पवार, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, नेशनल कांफ्रेस के फारुख अब्दुल्ला और जनता दल एस के दानिश अली के नाम भी शामिल हैं.