logo-image

News Nation Exclusive: राम मंदिर के सवाल सहित महागठबंधन के मुद्दे पर बोले अमित शाह

सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने न्यूज नेशन को दिए अपने खास इंटरव्यू में कई बड़ी बातों पर अपनी और पार्टी की राय रखी.

Updated on: 28 Apr 2019, 06:29 AM

नई दिल्ली:

देश में लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण के लिए चुनाव प्रचार बंद हो गया है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने न्यूज नेशन को दिए अपने खास इंटरव्यू में कई बड़ी बातों पर अपनी और पार्टी की राय रखी. राम मंदिर के सवाल पर अमित शाह ने अपनी पार्टी का रुख साफ करते हुए कहा, कि चुनावी घोषणा पत्र में भी हमने साफ तौर पर कहा है कि राम मंदिर तय जगह पर और जल्द से जल्द बनना चाहिए. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिन्दुओं को बदनाम करने की कोशिश की है. उसने हिन्दुओं को आतंकवादी बताया है.

उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को फंसाकर कांग्रेस ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है और देश में लगातार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. शाह ने कहा, साध्वी प्रज्ञा का बचाव करना कोई उग्र हिन्दुवाद का प्रतीक नहीं है.

यह भी पढ़ें- राम माधव ने किया दावा, जम्मू कश्मीर में बीजेपी 3 से अधिक सीट जीतेगी

ममता बनर्जी पर शाह ने किया हमला

ममता बनर्जी पर अमित शाह ने हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल में देश के गृह मंत्री का हैलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया. उन्होंने सवालियां लहजे में पूंछा यह कैसा लोकतंत्र है. इसके साथ ही बंगाल में पुलिस और टीएमसी कार्यकर्ताओं पर निशाना साधते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, बंगाल में पुलिस और टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने आतंक फैला रखा है जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.

महागठबंधन पर बोले अमित शाह

अमित शाह ने बोला देश में महागठबंधन जैसा कुछ है ही नहीं पहले भी महागठबंधन पहले भी बिखर चुका है. उन्होंने कहा इस बार विपक्ष को हार चुनाव खत्म होने से पहले ही दिख रही है इसलिए ईवीएम को मुद्दा बनाया जा रहा है. शाह ने कहा यूपी में हमें प्रचंड बहुमत मिलेगा.

शाह ने कहा, 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद यूपी में जातिवाद खत्म हुआ है. अब लोग परिवारवाद को छोड़कर विकास के लिए वोट कर रहे हैं. उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि मोदी जी की लोकप्रियता और राज्य सरकार के अच्छे काम की बदौलत यूपी में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, यूपी में 75 सीटें जीतने का विश्वास 2014 और 2017 के चुनाव परिणाम हैं. हमारी सरकार ने वहां काम किया है और राज्य में संगठन भी पहले से मजबूत हुआ है.