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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी पर बोला हमला, झूठे साबित होते हैं प्रधानमंत्री के वादे

न्यूनतम आय योजना की घोषणा के बाद मोदी और उनकी पार्टी के लोग बहुत परेशान हैं, उन्होंने राहुल और कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं

Updated on: 31 Mar 2019, 01:48 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राहुल गांधी ने हालही में न्यूनतम आय योजना की घोषणा की थी. उस घोषणा के बाद मोदी जी और उनकी पार्टी के लोग बहुत परेशान हैं और उन्होंने हमले तेज कर दिए हैं, राहुल गांधी पर भी और कांग्रेस पर भी. प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार 40 मिनट देश को इंतजार करवाया कि मैं आपको बहुत जल्द महत्वपूर्ण सूचना देने वाला हूं. उनकी घोषणा खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली निकली. पूरा देश सोचता रह गया कि हमें क्यों इंतजार करवाया गया.

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गहलोत ने कहा कि लोग आशंकित थे की कहीं आज कोई और नोटबंदी तो नहीं हो रही है. प्रधानमंत्री ने जो बात कही वो DRDO के डायरेक्टर खुद बोल सकते थे. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच जो पंडित नेहरू की उस जमाने में थी, 35- 40 साल लगे हैं इसरो को बनने में. प्रधानमंत्री ऐसा प्रदर्शित करते हैं कि जैसे उनके आने के बाद ही देश में सबकुछ हो रहा है. प्रधानमंत्री हर चीज को इस प्रकार से प्रस्तुत करते है जैसे यह सारी चीजें उनके कार्यकाल की उपलब्धियां ही हो.

प्रधानमंत्री की पार्टी के लोग, नेता लोग समझ बैठे हैं कि सर कार हमारी आने वाली है, जो कि संभव नहीं होगा. जनता जान चुकी है प्रधानमंत्री जो वादे करते हैं वो झूठे साबित होते हैं, उन वादों को भूल जाते हैं नए वादों पर यह बात कहते हैं. 5 साल में क्या उपलब्धियां क्या रही देश के सामने उसको वो बताते नहीं है. जनता समझ चुकी है कि ना 15 लाख रुपये आए, ना अच्छे दिन आए, ना दो करोड़ लोगों को रोजगार मिला और ना ही काला धन आया. सरकार का जो मुख्य फोकस था उसमें वो पूरी तरह से फेल हो गए हैं. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मैं 15 लाख रुपये का वादा नहीं कर रहा हूं. हमारी सरकार आएगी तो हम दिखा देंगे की देश की बेहद गरीब 20 फीसदी जनता को 72,000 रुपये हर साल देंगे. आज हम लोग 21 वी शताब्दी में पहुंच चुके हैं, 21वी सदी का नारा दिया था राजीव गांधी जी ने उस वक्त में लोग समझे नहीं बाद में जब कंप्यूटर आए, मोबाइल फोन आ गए तब लोगों को पता चला कि राजीव गांधी क्या चाहते थे.

आज एक मजदूर आदमी जिंदगी भर मजदूरी करता है जब उसका शरीर साथ नहीं देता है तो उसको सुरक्षा मिलनी चाहिए. आज हमारे देश की स्थिति ऐसी हो गई है कि दुनिया के विकसित देशों की तरह हम उन्हें सामाजिक सुरक्षा दे सकते हैं. हमारी सरकार ने नरेगा लेकर आई वो भी विश्व में पहली योजना थी जो काम की गारंटी देती थी. गहलोत ने कहा कि यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, संविधान को बचाने का चुनाव है. हम तो इसको इस रूप में देखते हैं कि आज जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है वह देशद्रोही ठहरा दिया जाता है. लोगों में इतना भय है कि वो टेलीफोन पर बात नहीं करते हैं, मोबाइल पर व्हाट्सएप पर बात करते हैं, लैंड लाइन पर बात करते हैं यह नौबत क्यों आ रही है? एक इंसान को स्वतंत्रता नहीं है तो लोकतंत्र क्या है? लोकतंत्र वह है जिसमें आप प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री किसी की आलोचना कर सकते हैं. राइट टू हेल्थ के मुद्दे पर भी राहुल गांधी लगातार बोल रहे हैं की हर इंसान को स्वास्थ्य की गारंटी मिलनी चाहिए.