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कांग्रेस के खिलाफ उसके घोषणा पत्र को ही हथियार बनाने में जुटी बीजेपी

कांग्रेस के मेनिफेस्टो को बीजेपी ने खतरनाक और देश तोड़ने वाला करार देते हुए अपनी रणनीति के पैंतरे बदलने लगी है.

Updated on: 03 Apr 2019, 04:25 PM

नई दिल्‍ली:

कांग्रेस के मेनिफेस्टो को बीजेपी ने खतरनाक और देश तोड़ने वाला करार देते हुए अपनी रणनीति के पैंतरे बदलने लगी है. अब कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी उसके घोषणा पत्र को ही हथियार बनाने जुट गई है. मेनिफेस्टो सामने आते ही वित्तमंत्री और बीजेपी रणनीतिकार कहे जाने वाले अरुण जेटली ने मोर्चा संभाल लिया. पार्टी ने मेनिफेस्टो के चार प्‍वाइंट को मुद्दा बना कर हमले तेज कर देने की रणनीति बनाई है.

  1. AFSPA के बहाने कांग्रेस को अतंकवादियो की हितैसे और पाकिस्तान परस्त करार देना.
  2. देशद्रोह के मुद्दे कांग्रेस को देश को तोड़ने वाला बताना
  3. जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर तुस्टीकरण के मुद्दे पर घेरना
  4. मेनिफेस्टो में किये गए वायदों को देश के वित्तीय आधार पर धोखा और कांग्रेस का झांसा करार देना

लिहाजा बीजेपी ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो को टुकड़े-टुकड़े गैंग की घोषणा नाम से अभियान चलाने की रणनीति बनाई है. इस नारे के तहत afspa और देशद्रोह पर मेनिफेस्टो में कही बातों को बीजेपी उठाने वाली है.झांसा पत्र के नारे के साथ कांग्रेस के मेनिफेस्टो में किये वायदे को उठा कर हमला करने की योजना बीजेपी ने बनाई है.

इसके लिए बीजेपी ने सोशल मीडिया पर अभियान चलाएगी. पार्टी ने अपने सभी नेताओं ,प्रत्याशियों और मंत्रियों को इसका निर्देश दिया है. पार्टी ने सोशल मीडिया सेल को भी निर्देश जारी कर कांग्रेस को आतंकवादियों, अलगाववादियों समर्थक बता कर अभियान चलाने को कहा है. साथ ही देश के सभी राज्यों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की भी योजना बनाई है. अलग अलग स्थानों पर सभी मंत्री को भी बोलने के लिए कहा गया है. मेनिफेस्टो आते ही वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा खोला, रक्षा मंत्री , कानून मंत्री, गृह मंत्री को भी इस मुद्दे पर बोलने के लिए कहा गया है.

बीजेपी के महासचिव अनिल जैन ने बताया कि मीडिया के माध्‍यम से कांग्रेस को घेरने का साथ ही बीजेपी ने घर घर जा कर भी लोगों को घोषणा पत्र के बारे में बताने की योजना बनाई है. इसके लिए अलग से पैम्फलेट, पर्चा, पोस्टर, होर्डिंग भी पार्टी बनाने में जुट गई है. लेकिन यह अभियान पार्टी अपने बैनर के बजाए संघ के संगठनों के माध्यम से चलाएगी. ताकि लोगों को लगे कि सिविल सोसायटी मेनिफेस्टो के खिलाफ है. इसके बहाने बीजेपी राष्ट्रवाद, हिंदुत्व के मुद्दे तेज करने जा रही है ताकि कांग्रेस को चारों तरफ से घेरा जा सके.