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कांग्रेस-आप का दिल्ली गठबंधन होने से पहले ही टूटा, एक राय न होने पर एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ा

दिल्ली की सातों संसदीय सीटों पर कांग्रेस अकेले ही चुनाव लड़ेगी और गुरुवार देर शाम तक इन प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे.

Updated on: 11 Apr 2019, 05:40 PM

नई दिल्ली.:

राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के प्रबल पैरोकार रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने गुरुवार को अंततः कांग्रेस-आप गठबंधन की संभावनाओं पर पूर्ण विराम लगा दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सातों संसदीय सीटों पर कांग्रेस अकेले ही चुनाव लड़ेगी और गुरुवार देर शाम तक इन प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे.

समाचार एजेंसी एएनआई से पीसी चाको ने कहा, 'आप ने गठबंधन की पेशकश की थी. इसके बाद कांग्रेस की आप के प्रतिनिधि नेताओं से बातचीत हुई. अब वे दूसरे राज्यों में भी गठबंधन चाहते हैं, तो यह संभव नहीं है.'

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की गुरुवार शाम की बैठक प्रस्तावित है. उम्मीद जताई जा रही है कि इसी बैठक में दिल्ली के प्रतिनिधियों के नाम फाइनल कर लिए जाएंगे.

गौरतलब है कि बुधवार को आप नेता संजय सिंह ने कहा था कि उनकी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन पर अपने आप को अलग करती है. उन्होंने कहा, 'पंजाब में आप के चार सांसद और 20 विधायक हैं. कांग्रेस पंजाब में सीटों का बंटवारा नहीं चाहती है. ऐसी ही स्थित हरियाणा, गोआ और चंडीगढ़ की है. दिल्ली में जहां कांग्रेस का एक भी सांसद और विधायक नहीं है, वहां वह तीन सीटें चाहती है.'