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Realme रेस को GT 5G के रूप में 4 मार्च को किया जाएगा लॉन्च

Realme इंडिया और यूरोप के सीईओ और रियलमी के वाइस-प्रेसिडेंट माधव सेठ ने अपने बयान में कहा है कि रियलमी जीटी हमारे ब्रांड के टैगलाइन डेयर टू लीप पर आधारित है और यह इस बात की ओर एक इशारा है कि इस साल ग्राहकों के लिए रियलमी के पिटारे में क्या कुछ है.

Updated on: 18 Feb 2021, 03:26 PM

highlights

  • रियलमी जीटी के नाम से दुनियाभर में 4 मार्च 2021 को पेश किया जाएगा
  • नया स्मार्टफोन रियलमी जीटी क्वॉलकम स्नैपड्रैगन 888 प्रोसेसर से लैस है

नई दिल्ली:

रियलमी (Realme) ने गुरुवार को अपने आगामी फ्लैगशिप स्मार्टफोन को लॉन्च करने का ऐलान कर दिया है. इसका कोडनेम 'रेस' (Realme Race) रखा गया है, जिसे आधिकारिक तौर पर रियलमी जीटी के नाम से दुनियाभर में 4 मार्च 2021 को पेश किया जाएगा. कंपनी के मुताबिक, इस सीरीज के स्मार्टफोन में परफॉर्मेस का खास ध्यान रखते हुए इसे युवाओं के अनुरूप बनाया गया है. रियलमी इंडिया और यूरोप के सीईओ और रियलमी के वाइस-प्रेसिडेंट माधव सेठ ने अपने बयान में कहा है कि रियलमी जीटी हमारे ब्रांड के टैगलाइन 'डेयर टू लीप' पर आधारित है और यह इस बात की ओर एक इशारा है कि इस साल अपने ग्राहकों के लिए रियलमी के पिटारे में क्या कुछ है. रियलमी जीटी इनोवेशन, डिजाइन और प्रोडक्ट वैल्यू के हमारे सिद्धांत का प्रतिनिधित्व करता है. यह कुछ ऐसा है जिससे युवा खुद को जोड़ पाते हैं. 

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रियलमी जीटी, जीटी स्पोर्ट्स कार के कॉन्सेप्ट पर आधारित है, जिसे हाई स्पीड और लॉन्ग डिस्टेंस के लिए डिजाइन किया गया था. इसमें बेहतरीन परफॉर्मेस और कुछ अन्य विश्वसनीय खूबियां भी हैं. यह नया स्मार्टफोन क्वॉलकम स्नैपड्रैगन 888 प्रोसेसर से लैस है. साल 2020 में रियलमी ही पहली निर्माण कंपनी थी, जिसने रियलमी एक्स50 प्रो 5जी में क्वॉलकम स्नैपड्रैगन 865 5जी मोबाइल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया था. क्वॉलकम स्नैपड्रैगन 888 की मदद से 5जी के बेहतरीन अनुभव से ग्राहकों को रूबरू कराया जाएगा. खासकर गेम्स और कम्युनिकेशन के लिए तो यह वाकई में लाजवाब है.

ट्रंप के कैम्पेन ऐप को गूगल ने प्ले स्टोर से हटाया

गूगल (Gooogle) ने नीतियों का उल्लंघन करने के चलते पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कैम्पेन ऐप (2020) को अपने प्ले स्टोर (Google Play Store) से हटा दिया है. एंड्रॉयड पुलिस ने सबसे पहले इस बात की जानकारी दी है कि इस ऐप में कोई भी कंटेंट लोड नहीं हो पा रहा है और लगता है कि इसे हटा दिया गया है. नवंबर, 2020 में चुनाव के बाद से ही ऐप के एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही वर्जन ऑनलाइन एक्टिव नहीं है और हाल के दिनों में इनमें कोई अपडेट होता नजर भी नहीं आया है. प्ले स्टोर वर्जन को 30 अक्टूबर के बाद से ही अपडेट नहीं किया गया है. बुधवार को गूगल के एक प्रवक्ता के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, "ट्रंप 2020 कैम्पेन ऐप ने हाल ही में काम करना बंद कर दिया है और इस पर बात करने के लिए हमने कई बार डेपलपर संग संपर्क करने की कोशिश की है.

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साल 2016 में पूर्व राष्ट्रपति के पहले चुनाव अभियान के दौरान ऐप को पहली बार किया गया था लॉन्च 
प्रवक्ता ने टेकक्रंच को बताया कि लोगों को उम्मीद है कि गूगल प्ले से ऐप को डाउनलोड करने के बाद इसमें कुछ न कुछ गतिविधियां तो जरूर होंगी और हमारी पॉलिसी यह है कि अगर किसी ऐप को ठीक नहीं किया गया है कि तो हम उसे स्टोर से हटा देते हैं. ऐप को पहली बार साल 2016 में पूर्व राष्ट्रपति के पहले चुनाव अभियान के दौरान लॉन्च किया गया था. ऐप के आईओएस वर्जन को अभी भी लोड किया जा सकता है, यानि कि एप्पल ने इसे अभी तक रद्द नहीं किया है.