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मिनी एप्प डेवलपर्स के लिए पेटीएम ने की 10 करोड़ रुपये के फंड की घोषणा

गूगल के साथ जारी अपनी लड़ाई में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए देश के अग्रणी डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म पेटीएम ने गुरुवार को कहा कि वह देश के मिनी एप्प डेवलपर्स के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि सुरक्षित कर रहा है.

Updated on: 09 Oct 2020, 04:10 PM

नई दिल्ली:

गूगल के साथ जारी अपनी लड़ाई में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए देश के अग्रणी डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) ने गुरुवार को कहा कि वह देश के मिनी एप्प डेवलपर्स (Mini App Developers) के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि सुरक्षित कर रहा है. मिनी एप्प डेवलपर्स कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए पेटीएम के संस्थापक विजय शंकर शर्मा (Vijay Shankar Sharma) ने यह बात कही. पेटीएम संस्थापक ने कहा कि वह कम से कम 10 लाख मिनी एप्स को टारगेट कर रहे हैं क्योंकि वह वह गूगल द्वारा अनुचित चार्ज के खिलाफ हैं. गूगल ने बीते दिनों कहा था कि अब जितने भी डेवलपर्स उसके प्लेस्टोर के साथ जुड़ना चाहते हैं उन्हें प्लेस्टोर बिलिंग सिस्टम के साथ एकीकृत होना होगा.

गूगल ने हालांकि सोमवार को कहा कि उनसे भारतीय डेवलपर्स के लिए एल्टनेटिव पेमेंट सिस्टम अपनाने की समय सीमा बढ़ा दी है और अब वे 31 मार्च, 2022 तक प्ले स्टोर बिलिंग सिस्टम के साथ एकीकृत हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि गूगल द्वारा अपने प्ले स्टोर से हटाए जाने से आहत पेटीएम ने सोमवार को स्थानीय एप्प डेवलपर्स को मदद पहुंचाने और उनकी नवीन सोच को लोगों तक पहुंचाने के मकसद से एक एंड्रायल मिनी एप्प स्टोर लॉन्च किया था.

पेटीएम ने कहा था कि वह नई मिनी एप्स की लिस्टिंग और डिस्ट्रीब्यूशन का काम अपने एप्प के माध्यम से करेगा और इसके लिए कोई भुगतान नहीं करना होगा. पेमेंट के लिए डेवलपर्स अपने यूजर्स को पेटीएम वॉलेट, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, यूपीआई, नेट बैंकिंग और कार्ड्स का ऑब्शन दे सकते हैं.

300 से अधिक एप्प आधारित सर्विस प्रोवाइडर जैसे कि डेकाथलन, ओला, पार्क प्लस, रेपिडो, नेटमेड्स, 1एमजी, डोमिनोज पिज्जा, फ्रेशमेन्यू, नोब्रोकर पहले ही इस प्रोग्राम में शामिल हो चुके हैं. मिनी एप्प स्टोर को खासतौर पर मोबाइल वेबसाइट के लिए तैयार किया गया है और इन्हें बिना डाउनलोड किए ही एप्प जैसा अनुभव हासिल किया जा सकता है.