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चीन के शहरों को नोएडा ने दी कड़ी टक्‍कर, 4825 करोड़ रुपये का निवेश होगा

नोएडा ने चीन के बड़े शहरों को टक्‍कर देते हुए अपने नाम बड़ी उपलब्‍धि दर्ज की है. चीन में स्‍थापित सैमसंग की मोबाइल और आईटी डिस्‍प्‍ले प्रोडक्‍ट की यूनिट अब वहां से हटकर नोएडा में स्‍थापित होने जा रही है.

Updated on: 12 Dec 2020, 12:10 AM

नई दिल्‍ली :

नोएडा ने चीन के बड़े शहरों को टक्‍कर देते हुए अपने नाम बड़ी उपलब्‍धि दर्ज की है. चीन में स्‍थापित सैमसंग की मोबाइल और आईटी डिस्‍प्‍ले प्रोडक्‍ट की यूनिट अब वहां से हटकर नोएडा में स्‍थापित होने जा रही है. नोएडा में सैमसंग के इस यूनिट की स्थापना से उत्‍तर प्रदेश में करीब 4825 करोड़ रुपये का निवेश होगा. इसके अलावा भारत ओएलईडी तकनीक से निर्मित मोबाइल डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग करने वाला दुनिया का तीसरा देश भी बन जाएगा.

योगी सरकार ने भारी-भरकम निवेश और औद्योगिक विकास को देखते हुए सैमसंग के इस प्रोजेक्ट को विशेष प्रोत्साहन देने का फैसला किया है. शुक्रवार को प्रदेश कैबिनेट ने मेसर्स सैमसंग डिस्प्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड को उप्र इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति -2017 के अन्तर्गत पूंजी उपादान, भूमि हस्तानांतरण पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट को मंजूरी दे दी.

नोएडा आ रहे इस प्रोजेक्‍ट को पूंजी उपादान के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार स्थिर पूंजी निवेश में पुरानी मशीनों की लागत को भी अनुमन्य किया जायेगा. इस परियोजना के लिए प्रदेश सरकार पर 5 वर्षों की अवधि में 250 करोड़ का वित्तीय उपाशय अनुमानित है.

इस इकाई में करीब डेढ़ हजार लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा. कंपनी को भारत सरकार की योजना 'स्कीम फॉर प्रोमोशन ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेन्ट्स एण्ड सेमीकण्डक्टर्स' के अन्तर्गत भी लगभग 460 करोड़ का वित्तीय प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा.

विश्व में टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट, घड़ियों आदि में उपयोग होने वाले कुल डिस्प्ले उत्पाद का 70 प्रतिशत से अधिक सैमसंग द्वारा दक्षिण कोरिया, वियतनाम तथा चीन में निर्मित होता है. डिस्प्ले इकाईयों का प्रस्तावित निवेश मूल उत्पाद का एक ज्यादा लागत वाला हाई टेक्नोलॉजी कम्पोनेन्ट है, जो बीच की सप्लाई चेन की कड़ी को पूर्ण करने के लिये तथा भविष्य में प्रदेश में डिस्प्ले से सम्बन्धित फैब इकाई की स्थापना हेतु यह इकाई एक मील का पत्थर साबित होगी.

पिछले वित्तीय वर्ष में 27 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ मेसर्स सैमसंग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निर्यातक है. सैमसंग ग्रुप ने अगले पांच वर्षों में कुल 50 बिलियन डालर का निर्यात लक्ष्य रखा है.