logo-image

WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी से आप भी हैं नाराज तो Signal के तरीके पर गौर फरमाएं

पिछले बुधवार को भारत में WhatsApp Users को एक पॉप-अप मिला, जिसमें WhatsApp की ओर से नए Terms of services को स्‍वीकार करने को कहा गया. 8 फरवरी यानी आज रात 12 बजे तक इसे स्‍वीकार करना ही होगा अन्‍यथा आपका व्‍हाट्सएप बंद हो जाएगा.

Updated on: 08 Jan 2021, 10:42 PM

नई दिल्ली:

पिछले बुधवार को भारत में WhatsApp Users को एक पॉप-अप मिला, जिसमें WhatsApp की ओर से नए Terms of services को स्‍वीकार करने को कहा गया. 8 फरवरी यानी आज रात 12 बजे तक इसे स्‍वीकार करना ही होगा अन्‍यथा आपका व्‍हाट्सएप बंद हो जाएगा. नए Terms of services यदि आप मान लेते हैं तो इसके मुताबिक WhatsApp आपकी डेटा पर निगरानी और बढ़ा देगा और फेसबुक के अलावा अपनी दूसरी सर्विस के साथ भी इसे शेयर कर सकेगा. 

WhatsApp के इस नए Terms Of Services के बाद यूजर्स में नाराजगी है. Whatsapp से नाराज यूजर अब Signal और Telegram अपनाने लगे हैं. इन ऐप्स में प्राइवेसी पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. अच्छी बात यह है कि Signal और Telegram पर यूजर्स का बहुत ज्‍यादा डेटा भी कलेक्ट नहीं किया जाता. 

गुरुवार को Signal ने ट्वीट करके जानकारी दी कि वेरिफिकेशन कोड आने में देरी हो रही है और ऐसा इसलिए हो रहा है क्‍योंकि Whatsapp के नए पॉप अप के चलते लोग Signal की ओर मूव कर रहे हैं. Signal ने एक गाइड शेयर कर बताया है कि कैसे यूजर अपने ग्रुप को अन्य मैसेंजर ऐप से Signal ऐप में ग्रुप लिंक से ला सकते है. यह सुविधा Signal के अलावा कहीं भी और किसी भी प्‍लेटफॉर्म पर नहीं है. Signal के फीचर के अनुसार यूजर एक मैसेंजर से दूसरे में जा सकता है.

WhatsApp या अन्य किसी मैसेंजर ऐप से कैसे किसी ग्रुप चैट को Signal ऐप में ले जा सकते है?
Signal पर एक ग्रुप बनाएं. उसके बाद Group Setting>>Group Link>>toggle>>On>>Share पर टैप करें. इसके बाद इसे अपने पुराने मैसेंजर में डालें. 

Signal ऐप ने प्राइवेसी पॉलिसी पर बहुत ध्‍यान दिया है. ग्रुप माइग्रेशन लिंक की सुरक्षा को लेकर Signal की ओर से कहा गया है कि लिंक्स ऑप्शनल है जिसे रोटेट या डिसेबल किया जा सकता. नए मेंबर को जॉइन होने से पहले ग्रुप एडमिन की अप्रूवल चाहिए.