LAC पर तनाव के बीच चाइनीज कंपनियों ने भारत के Smartphone Market पर कर लिया कब्‍जा

अप्रैल-मई से ही भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कायम है. गलवान घाटी में 20 भारतीय जांबाज शहीद भी हुए और 50 से अधिक चीनी सैनिक भी हताहत हुए. उसके बाद पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प भी हुई.

अप्रैल-मई से ही भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कायम है. गलवान घाटी में 20 भारतीय जांबाज शहीद भी हुए और 50 से अधिक चीनी सैनिक भी हताहत हुए. उसके बाद पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प भी हुई.

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Sunil Mishra
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LAC पर तनाव के बीच चाइनीज कंपनियों ने भारत में बेच डाले रिकॉर्ड फोन( Photo Credit : File Photo)

अप्रैल-मई से ही भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कायम है. गलवान घाटी में 20 भारतीय जांबाज शहीद भी हुए और 50 से अधिक चीनी सैनिक भी हताहत हुए. उसके बाद पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प भी हुई. सीमा पर तनाव को देखते हुए भारत में #BoycottChineseProduct आंदोलन चलाया गया. कारोबारियों और उद्यमियों ने भी इस बॉयकॉट का साथ देने की बात कही. कई मीडिया चैनलों ने इसे लेकर अभियान चलाया, लेकिन जब फ्लिपकार्ट और अमेजन ने नवरात्रि में सेल लांच किया तो आश्‍चर्यजनक परिणाम सामने आए. चीन की कंपनियों ने रिकॉर्ड संख्‍या में भारत में स्‍मार्टफोन बेच डाले. तो सवाल उठता है कि ये किस तरह का बॉयकॉट है कि चाइनीज कंपनियों ने बिक्री के नए रिकॉर्ड बना डाले?

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2020 की तीसरी तिमाही में भारत में 5 करोड़ स्‍मार्टफोन बिके, जिनमें ज्‍यादातर चीनी कंपनियों के स्मार्टफोन्स हैं. ई-कॉमर्स कंपनियों की बिक्री पर नजर रखने वाली एजेंसी Canalys की रिपोर्ट बताती है कि भारत में चीनी कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़कर 76% हो चुका है.

टॉप-5 में चार कंपनियां चीन की

स्‍मार्टफोन की बिक्री के लिहाज से भारत में अगर टॉप 5 कंपनियों को देखा जाए तो उनमें 4 कंपनियां चीन की हैं. टॉप पर चीन की ही कंपनी शाओमी है जो भारत में रेडमी ब्रांड से स्‍मार्टफोन बेचती है. दूसरे नंबर पर दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग है. चीन की ही दूसरी कंपनी Vivo तीसरे नंबर पर है तो चौथे और पाँचवें पर क्रमशः Realme और OPPO का नाम है और ये दोनों ही कंपनियां चीन की हैं. इनमें से Vivo, Oppo और Realme चीन की ही पैरेंटल कंपनी BBK Electronics के सिस्‍टर कन्‍सर्न हैं. इसी के तहत OnePlus ब्रांड भी है.

Canalys की ओर से कहा गया है कि 2020 की तीसरी तिमाही में स्मार्टफ़ोन की बिक्री में 8% की ग्रोथ दर्ज की गई है. पिछले साल जहां इसी समय 46.2 मिलियन फ़ोन बिके थे, तो इस बार 50 मिलियन स्मार्टफोन्स की बिक्री हुई है. रिपोर्ट में यह कहा गया है कि एक सिंगल क्‍वार्टर में इतनी संख्‍या में स्‍मार्टफोन की बिक्री कभी हुई ही नहीं है.

किस कंपनी का कितना मार्केट शेयर

मार्केट शेयर की बात करें तो चीन की स्‍मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi 26.1% के साथ टॉप पर है. शाओमी ने 2020 की तीसरी तिमाही में 1.31 करोड़ स्मार्टफोन्स बेचे हैं. 20.4% मार्केट शेयर के साथ सैमसंग दूसरे नंबर पर है. सैमसंग ने इस दौरान 1.2 करोड़ स्मार्टफोन्स बेचे हैं. 17.6% मार्केट शेयर के साथ Vivo तीसरे नंबर पर है और इसने 80.8 लाख स्मार्टफोन्स बेचे तो 17.4% मार्केट शेयर के साथ Realme चौथे नंबर पर है. इसका मतलब यह हुआ कि टोटल स्मार्टफ़ोन शिपमेंट का 76% सिर्फ़ चीनी कंपनियों ने किया है. यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 2 फीसद अधिक है. इसका मतलब साफ है कि चाइनीज प्रोडक्‍ट के बहिष्‍कार का कोई असर देखने को नहीं मिला है.

Canalys की रिपोर्ट बताती है कि Apple ने भारत में मोमेंटम हासिल किया है. 2020 की तीसरी तिमाही में कंपनी को डबल डिजिट ग्रोथ हुआ है और 8 लाख iPhone बिके हैं. भारत में ऑनलाइन स्टोर खोलने का Apple को फायदा हुआ है और आगे भी होने वाला है. भारत में कुछ iPhone की एसेंबलिंग भी शुरू हुई है.

Source : News Nation Bureau

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