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एप्पल ने सैमसंग को पीछे खिसकाते हुए भारतीय टैबलेट बाजार में पकड़ मजबूत की

2021 में जनवरी से मार्च की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार में 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सैमसंग को दूसरे स्थान पर खिसका दिया है.

Updated on: 23 Apr 2021, 06:48 AM

highlights

  • एप्पल आईपैड्स ने भारत में 140 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि की
  • आईपैड एयर 2020 की भारतीय बाजार में 9 प्रतिशत हिस्सेदारी
  • एप्पल आईपैड की वृद्धि (वर्ष दर वर्ष) देश में 2020 में 42 प्रतिशत  

नई दिल्ली:

महामारी के दौरान दूरस्थ तरीके से घर से काम (Work From Home) के बढ़े चलन, सीखने और मजेदार गतिविधियों में वृद्धि के साथ एप्पल (Apple) ने 2021 में जनवरी से मार्च की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार में 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सैमसंग को दूसरे स्थान पर खिसका दिया है. गुरुवार को एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. मार्केट रिसर्च फर्म साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की पहली तिमाही में एप्पल आईपैड्स ने भारत में 140 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि के साथ असाधारण प्रदर्शन जारी रखा.

आईपैड की 8 से 17 फीसदी हिस्सेदारी
पहली तिमाही में एप्पल आईपैड 8 ने 17 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जबकि एप्पल आईपैड एयर 2020 की भारतीय बाजार में 9 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज की गई. वहीं लेनोवो ने 2021 की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार का नेतृत्व करना जारी रखा.

पहली तिमाही में 144 प्रतिशत की वृद्धि
सीएमआर में इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप के प्रमुख प्रभु राम ने कहा, 'सब कुछ घर से काम करने के चलन के मद्देनजर एप्पल के लिए 2021 की पहली तिमाही में आईपैड शिपमेंट में साल-दर-साल एक अभूतपूर्व 144 प्रतिशत की वृद्धि के साथ एक ब्रेकआउट तिमाही रही. एप्पल की सफलता उल्लेखनीय है, क्योंकि इसमें कॉस्ट-एडवांटेज की कमी है, जो कि एंड्रॉएड टैबलेट में है.' राम ने कहा कि 2021 की पहली तिमाही में एप्पल की सफलता मुख्य रूप से आकांक्षात्मक अपील से प्रेरित रही, जो ब्रांड उपभोक्ताओं के बीच कायम है. इसके अलावा उन्होंने एड-टेक क्षेत्र में इसके प्रदर्शन को भी इसका एक मुख्य कारण बताया.

2020 की दूसरी छमाही से जारी है सफर
एप्पल 2020 की दूसरी छमाही से अपने मजबूत विकास की गति को नए साल में भी जारी रखने में सक्षम रहा है. एप्पल आईपैड की वृद्धि (वर्ष दर वर्ष) देश में 2020 में 42 प्रतिशत रही थी, जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में यह इसने वर्ष-दर-वर्ष के आधार पर 135 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी.