अगर आप भी है हाइपरटेंशन के शिकार तो खाने में शामिल करे ये तेल
वैश्विक स्तर पर आज दस में से तीन लोग उच्च रक्त या हाइपरटेंशन चाप से पीड़ित हैं। स्पष्ट शब्दों में कहा जाए तो लाखों लोग आज इसका शिकार हो रहे हैं और उनमें से 50 प्रतिशत इस बारे में जानते हैं।
नई दिल्ली:
दुनिया भर में पर आज दस में से तीन लोग उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो लाखों लोग आज इसका शिकार हो रहे हैं और उनमें से 50 प्रतिशत इस बारे में जानते हैं।
उच्च रक्तचाप एक समस्या है, जिस पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या का भी रूप ले सकती है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए दिल की बीमारियां गंभीर चिंता का विषय है। अमेरिका हार्ट एसोसिएशन लोगों को सलाह देता है कि दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों को संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमें सोडियम और संतृप्त वसा (saturated fats) की मात्रा कम हो।
हेल्दी खाने को और ज्यादा हेल्दी बनाया जा सकता है अगर सही और स्वस्थ तरीकों से पकाया जाए। भारतीय खाना बनाने में तेल एक ऐसी सामग्री है, जो हर तरह का खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाता है। नियमित तेल में संतृप्त वसा की मात्रा ज्यादा होती है। तो अगर हम खाना बनाने में नियमित तेल की जगह हेल्दी तेल का इस्तेमाल करें तो आधी समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी।
उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए कौन-से तेल हैं फायदेमंद जानने के लिए आगे पढ़ें-
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रैपसीड से बनाया जाने वाला कैनोला तेल सबसे हैल्दी तेलों में से एक है। इस तेल में मोनोसैचुरेटेड वसा (monounsaturated fat) होता है, जो उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा होता है। कैनोला तेल में केवल 7 प्रतिशत संतृप्त वसा होता है और 35 प्रतिशत पोलीअनसैचुरेटेड फेट होता है।
ऑलिव ऑयल या जैतून का तेल फ्राइड खाद्य पदार्थों के लिए अच्छा होता है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड वसा 74 प्रतिशत होता है। जैसा कि हमने बताया कि यह दिल की बीमारियों का खतरा कम कर देता है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें अन्य किस्मों की तुलना में अधिक
विटामिन-ई मौजूद है।
सोयाबीन तेल: सोयाबीन के तेल में जहां 61 प्रतिशत पॉलीअनसैचुरेटेड वसा, 24 प्रतिशत मोनोअनसैचुरेटेड वसा और संतृप्त वसा का केवल 13 प्रतिशत होता है। सोयाबीन तेल कम आँच पर पकाए वाले खानों के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसका इस्तेमाल स्लाद में स्वाद बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। मक्खन और मार्जरीन (कृत्रिम मक्खन) का उत्पादन करने के लिए भी सोयाबीन तेल उपयोग किया जा सकता है। लेकिन तरल के रूप में इसका इस्तेमाल अधिक बेहतर है।
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