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Fact Check:भूपेन्द्र पटेल के मुख्यमंत्री बनते ही क्यों पिट गए डॅान..जाने क्या है सच

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में पुलिस कुछ लोगों को लाठी से सरेराह पीटती दिख रही है. तस्वीर को शेयर कर लिखा गया है, ''गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बनते ही, उनका रूजान आना शुरू हो गया है..

Updated on: 20 Sep 2021, 07:00 AM

highlights

  • सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में किया गया दावा
  • पटेल के सीएम बनते ही एक्शन मोड़ में आई पुलिस
  •  फेक निकला दावा, पड़ताल में तस्वीर 2018 की पाई गई 

New delhi:

हाल ही में 13 अगस्त को गुजरात के नए मुख्यमंत्री के रुप में घाटलोदिया के भाजपा विधायक भूपेंद्र पटेल ने शपथ ली है.. इन राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच एक तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी कुछ लोगों को सार्वजनिक रूप से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है.. सोशल मीडिया यूजर्स इन तस्वीरों को शेयर कर लिख रहे हैं कि भूपेंद्र पटेल के राज्य में सरकार बनते ही अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस एक्शन मोड में आ गई है..दावे को सोशल मीडिया पर बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है. एक्शन मोड़ में पटेल की पुलिस..दावे के बाद हमने मामले की पड़ताल शुरु की..जिसमें चौकाने वाले नतीजे सामने आए.

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दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में पुलिस कुछ लोगों को लाठी से सरेराह पीटती दिख रही है. तस्वीर को शेयर कर लिखा गया है, ''गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बनते ही, उनका रूजान आना शुरू हो गया है.. भावनगर में पुलिस ने वहां के एक बड़े डॉन को गिरफ्तार करके बीच चौराहे पर पिटा है, इसी को लेकर हमने @humlogindia ट्विटर अकाउंट को खंगाला. साथ ही उससे संबंधित सभी पोस्टों को गंभीरता से रीड़ किया. जिसके बाद पता चला कि ये तस्वीर 2018 में ट्विटर पर शेयर की गई थी. इसकी आगे की जानकारी के लिए हमने फेसबुक का भी सहारा लिया..

जानें क्या है सच
फोटो में देखा जा सकता है कि ऊपरी दाएं कोने पर 'मेट्रो इंडिया न्यूज' का लोगो लगा है.. फोटो के साथ टेक्स्ट में लिखा है, "भावनगर के कुख्यात डॉन को पुलिस ने खूब धोया'' जब इनके कीवर्ड को यूट्यूब पर सर्च किया गया तो असल वीडियो मिला. सोशल मीडिया पर वायरल दावे में जो फोटो दिख रहा है, वो इसी वीडियो का स्क्रीनशॉट है. इस वीडियो को 8 सितंबर 2018 को यूट्यूब चैनल 'मेट्रो इंडिया न्यूज' पर अपलोड किया गया था.. इस वीडियो में अधिकारी को रस्सी से बंधे तीन लोगों की पिटाई करते देखा जा सकता है.. जैसे ही वीडियो आगे बढ़ता है, हम देख सकते हैं कि तीन लोगों को सड़क पर बैठाया गया, फिर भी वे रस्सी से बंधे हुए थे. इस तरह पड़ताल में दावा भ्रामक निकला. क्योंकि यह तस्वीर भावनगर पुलिस का है..साथ ही 8 सितंबर 2018 का पाया गया है..