क्या है भागते अफ़गानियों के एनकाउंटर वाले वायरल वीडियो का सच ?
नुक्कड़ नाटक के वीडियो को काबुल से भाग रहे अफ़गानियों का एनकाउंटर बताया गया, न्यूज़ नेशन की पड़ताल में दावा गलत निकला
नई दिल्ली:
सोशल मीडिया में 5 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क पर दौड़ रही गाड़ियों को रोककर लोगों को बाहर निकाला जा रहा है, जिसके बाद लोगों पर फायरिंग की जाती है, वीडियो में सड़क के बीचोंबीच कई कथित शव भी रखे दिखाई दे रहा हैं, दावे के मुताबिक ये लोग अफ़गानी हैं जो काबुल से भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तालिबानी लड़ाकों ने उन्हें घेर लिया और कई की गोली मारकर हत्या कर दी, कुछ लोगों को धमकी देकर छोड़ा गया, वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाकों ने ऐसा इसलिए किया ताकि अफ़गानिस्तान के लोगों को सख़्त संदेश दिया जा सके. इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा 'यह है शरिया कानून और इसको देखकर आपको समझ में आएगा कि इस्लाम कितना शांति प्रिय है' न्यूज़ नेशन की लाई डिटेक्टर इनवेस्टिगेशन टीम के विनोद कुमार की रिपोर्ट...
यह भी पढ़ेंः तालिबान ने रिहा किए सभी अगवा 150 लोग, भारतीय-अफगानी सिख सुरक्षित
अफ़गानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से एक के बाद एक दहला देने वाली तस्वीर सामने आ रही हैं...लेकिन एक वायरल वीडियो में दौड़ती गाड़ियों पर गोलियां चलाई जा रही है, वायरल वीडियो में जिस जगह तालिबानी लड़ाके खड़े हैं, वहां पर माइक और साउंड सिस्टम भी लगाया गया है....ताकि लोगों के बीच अपना खौफ पैदा किया जा सके, आमतौर पर ऐसा तस्वीरें इराक या सीरिया से इस्लामिक स्टेट की सामने आती थीं...चूंकि वायरल वीडियो लोगों के बीच डर पैदा कर रहा है, इसलिए हमने वीडियो की पड़ताल की.
सच तक पहुंचने के लिए हमने वीडियो से ही क्लू तलाशा...तो वीडियो लड़ाकों के पीछे मौजूद एक नीले रंग के बोर्ड पर एक फोन नंबर दिखाई दिया....इस नंबर की हमने जांच की.....तो पता चला कि ये नंबर काबुल में कार वॉश करने वाली एक वर्कशॉप का है....जिससे एक बात तो पक्की हो गई कि वीडियो अफगानिस्तान का ही है....पड़ताल की अगली कड़ी में हमने वीडियो पर दिखाई दे रहे लोगो के बारे में जानकारी जुटाई.... वीडियो में दिख रहे लोगो से चा चला कि ये चैनल अफगान इंटरनेशनल नाम के यू-ट्यूब चैनल का है...हमने चैनल की प्ले लिस्ट को सर्च किया तो हमें वायरल हो रहा वीडियो आसानी से मिल गया....वीडियो के डिस्क्रिप्शन से पता चला कि इस वीडियो को 24 सितंबर 2019 को चैनल पर अपलोड किया गया था...
यह खबर भी पढ़ें- अफगानिस्तान: काबुल से 85 भारतीयों को लेकर आज स्वदेश लौटेगा C-17 विमान
जिसके मुताबिक वीडियो में दिख रहे बंदूकधारी तालिबानी नहीं बल्कि नाट्य कलाकार हैं...जिनका मकसद तालिबान के आतंक से लोगों को आगाह करना था...साल 2019 में अफ़गानिस्तान के मैदान वर्दक इलाके में गाड़ियों में लोगों के साथ लूट की घटनाएं अचानक बढ़ गई थी...तालिबानी अचानक गाड़ियां रोककर लोगों के साथ लूटपाट करते और उन्हें मार डालते थे...काबुल की एक नुक्कड़ मंडली लोगों को इन्हें लुटेरों से सावधान कर रही थी. इस तरह हमारी में साबित हुआ कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है....वीडियो में दिख रहे लोग तालिबानी नहीं बल्कि नुक्कड़ नाकट के कलाकार हैं और वीडियो सितंबर 2019 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य