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क्या गांधी की तस्वीर वाले नोटों को 1996 के बाद देश के ऊपर थोपा गया, जाने सच?

महात्मा गांधी की तस्वीर 1996 से भी बहुत पहले नाटों पर आ गई थी. उनकी फोटो ने अशोक स्तम्भ का स्थान नहीं लिया. इसके लिए वर्ष 2018 के एक लेख का हवाला दिया गया.

Updated on: 27 Mar 2022, 03:15 PM

highlights

  • महात्मा गांधी की तस्वीर 1996 से भी बहुत पहले नाटों पर आ गई थी
  • इसके लिए वर्ष 2018 के एक लेख का हवाला दिया गया

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर पुराने नोटों की तस्वीरें जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों के साथ यह दावा किया जा रहा है कि गांधी की तस्वीर वाले नोटों को 1996 के बाद देश के ऊपर थोपा गया. 1996 से पहले बापू की जगह अशोक स्तंभ होता था. वायरल तस्वीरों में 1 रुपए से लेकर 100 रुपए के नोट को दिखा गया है. इन पर महात्मा गांधी की जगह अशोक स्तंभ की फोटो लगी हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दावे को भ्रामक बताया गया है. महात्मा गांधी की तस्वीर 1996 से भी बहुत पहले नाटों पर आ गई थी. उनकी फोटो ने अशोक स्तम्भ का स्थान नहीं लिया. इसके लिए वर्ष 2018 के एक लेख का हवाला दिया गया.

इसमें कहा गया था कि महात्मा गांधी की तस्वीर पहली बार नोटों पर 1969 में आई थी. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तैयार किए पुराने भारतीय नोटों के डिजिटल संग्रहालय में इसकी पड़ताल की गई. इस दौरान जांच में पाया गया कि आजादी के बाद आरबीआई ने साल 1969 में महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ 1 रुपए से 100 रुपए तक नोट जारी करे थे, इसमें 'महात्मा गांधी शताब्दी अंक' करार दिया गया था. 

1 रुपए के नोट के अलावा सभी करेंसी नोटों की पृष्ठभूमि में महात्मा गांधी को सेवाग्राम आश्रम में बैठे हुए दिखाया गया जबकि नोट के दूसरी तरफ अशोक स्तम्भ की फोटो लगाई गई थी. महात्मा गांधी दूसरी बार 1987 में नोटों पर दिखाई दिए. उस वर्ष पहली बार आरबीआई ने 500 रुपए के नोटों की शुरुआत की थी. यहां गांधी का चित्र वैसे ही दिखाई दिया जैसा आज मिलता है. इसके बाद वर्ष 1996 में आरबीआई ने बापू की तस्वीर के साथ 5 और 1000 रुपए के नोट जारी किए. हालांकि 500 और 1000 रुपए के नोट आठ नवंबर 2016 को लागू की गई नोटबंदी के बाद बाजार से गायब हो गए.