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त्रिपुरा में पुलिसवाले ने लगाए जय श्रीराम के नारे, न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच

सोशल मीडिया पर 25 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक धार्मिक जुलूस निकाला जा रहा है. लेकिन इस जुलूस में एक पुलिसकर्मी श्रीराम के नाम का जयघोष कर रहा है.

Updated on: 30 Oct 2021, 05:35 PM

highlights

  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 
  • वीडियो में एक पुलिसकर्मी जय श्रीराम का जयघोष कर दिखाई दे रहा है 
  • पड़ताल में वीडियो त्रिपुरा का नहीं बल्कि बिहार निकला 

नई दिल्ली :

सोशल मीडिया पर 25 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक धार्मिक जुलूस निकाला जा रहा है. लेकिन इस जुलूस में एक पुलिसकर्मी श्रीराम के नाम का जयघोष कर रहा है. ये लोगों से भी श्रीराम का नारा लगवा रहा है. वीडियो में कई और पुलिसवाले इसका वीडियो बना रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो त्रिपुरा का है. वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा है कि "सुना था पुलिस लोगो की मदद करने के लिए होती है, अब समझ में आया पिछले 6 दिन से त्रिपुरा क्यों जल रहा है". न्यूज नेशन टीम ने पड़ताल की तो वायरल वीडियो का सच सामने आया.

पड़ताल
हमने पड़ताल शुरू की तो वीडियो से ही कई क्लू मिले.

पहला क्लू
वीडियो में कोई भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहा है, किसी ने मास्क भी नहीं पहना, जिससे लगता है कि वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है.

दूसरा क्लू
पुलिसकर्मी के कंधे पर जो बैच दिखाई दे रहा है वो त्रिपुरा पुलिस का नहीं है.

तीसरा क्लू
वीडियो में जो भाषा सुनाई दे रही है वो साफ हिंदी है. जबकि त्रिपुरा के ज़्यादातर इलाकों में बंगाली बोली जाती है.


क्या वायरल वीडियो का सच ?

क्लू मिलने के बाद हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद ली. वीडियो की की-फ्रेमिंग कर हमने इसे इंटरनेट पर सर्च किया तो यू-ट्यूब का एक पेज मिला. जहां इस वीडियो को 26 मार्च 2018 को अपलोड किया गया था. वीडियो की तारीख पता चलते ही हमने साल 2018 की मीडिया रिपोर्ट्स निकाली. जिससे पता चला कि वायरल वीडियो का त्रिपुरा का नहीं बल्कि बिहार में साल 2018 का है. जब रामनवमी के मौके पर रोसेरा और समस्तीपुर में हिंसा हो गई थी. इसी दौरान 27 मार्च, 2018 को ये जुलूस निकाला गया था. जिसमें पुलिसवाला श्रीराम का जयघोष करता दिखाई दिया था. इसलिए पड़ताल में किया गया दावा फेक निकला.