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किताबें( Photo Credit : फाइल फोटो)
सोशल मीडिया के दौर में कई न्यूज, पोस्ट वायरल होते हैं. इस वायरल हो रहे पोस्ट और खबरों में बहुत से फर्जी होते हैं. जिनको समझ पाना बेहद मुश्किल होता है. कभी-कभी फेक न्यूज से आपको नुकसान भी हो जाता है. तो आपको ऐसी पोस्ट को पढ़कर विश्वास करने के बजाय तुरंत न्यूज नेशन की साइट पर आकर फैक्ट चेक को पढ़ें. यहां आपको सच्चाई का पता चलेगा. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि स्कूल की किताबों पर टैक्स लगाने वाला भारत पहला देश बन गया है.
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अगर आपने कहीं पढ़ा या फिर सुना है कि केंद्र सरकार ने स्कूली किताबों पर टैक्स लगा दिया है. तो आपको बता दें कि यह न्यूज पूरी तरह से फर्जी है. क्योंकि सरकार की ओर से ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए कहा है कि भारत सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है. पीआईबी फैक्ट चेक अपने पड़ताल में इसे फेक पाया है.
दावा: सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा कि केंद्र सरकार ने स्कूली किताबों पर टैक्स लगा दिया है। #PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। स्कूली टेक्स्ट बुक्स पर कोई टैक्स नहीं है। pic.twitter.com/OsvfgYMOgC
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 24, 2020
Source : News Nation Bureau