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Fact Check: मुद्रा योजना के तहत क्यों वायरल हो रहा अप्रूवल लेटर? जानें ये है सच्चाई  

Fact Check: केंद्र सरकार आम जनता के फायदे के लिए कई जन कल्याण योजनाओं को चला रही है. इसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मुद्रा लोन योजना का लाभ मिल रहा है.

Updated on: 22 Feb 2023, 04:27 PM

नई दिल्ली:

Fact Check: केंद्र सरकार आम जनता के फायदे के लिए कई जन कल्याण योजनाओं को चला रही है. इसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मुद्रा लोन योजना का लाभ मिल रहा है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि दो हजार देकर एक लाख रुपये का मुद्रा लोने लिया जा रहा है. ऐसे में आइए वायरल संदेश को जानने की कोशिश करते हैं. इस मामले को लेकर पीआईबी फैक्ट चेक ने पड़ताल की. उसने वायरल अप्रूवल लेटर की सच्चाई ट्वीट पर शेयर की है. अपने ट्वीट में पीआईबी ने बताया कि ये लेटर पूरी तरह से फेक है. 

 

सोशल मीडिया पर अप्रूवल लेटर वायरल हो रहा है. इसे पीएम मुद्रा योजना के तहत अप्रूवल लेटर बताया गया है. इसके तहत यह दावा किया जा रहा है कि ऋण सुरक्षा बीमा शुल्क (Loan Protection Insurance fees) के रूप में 2000 रुपए देकर को शख्स 1 लाख रुपये तक का लोने प्राप्त कर सकता है. 

इस तरह से मिलता मुद्रा लोन 

देश में तीन तरह से मुद्रा लोन प्राप्त किया जा सकता है. इस लोन की मदद से स्वरोजगार को बढ़ावा मिलता है. मोदी सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है. इसके तहत सरकार छोटे कारोबारियों को लोन देती है. इस योजना के तहत 3 तरह का ऋण दिया जाता है. इसमें पहली लिमिट 50,000 रुपये तक की है. वहीं दूसरी लिमिट 50,000 रुपये से पांच लाख रुपये है. वहीं तीसरी लिमिट पांच लाख रुपये से लेकर दस लाख रुपये तक की होती है.