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Fact Check: क्या है तालिबान को 'अमीर' बनाने वाले गोदाम का वायरल सच ?

लेकिन अमेरिका ने उसे कमजोर करने की कोशिशें अब भी जारी रखी हैं....जिसके तहत अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक से जुड़ी करीब साढ़े 9 अरब डॉलर संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया था.

Updated on: 25 Aug 2021, 08:01 AM

नई दिल्ली :

सोशल मीडिया में 4 सेकंड का एक वीडियो वीयरल हो रहा है, जिसमें एक कमरे के अंदर नोटों की बंडल लगे हैं. वीडियो में एक शख़्स इन नोटों के बारे में बताता हुआ नज़र आ रहा है...दावे के मुताबिक ये शख़्स तालिबानी है और कमरे में मिला दौलत का भंडार 'द अफ़गानिस्तान बैंक' का पैसा है...जिसे तालिबानी आतंकियों के डर से काबुल के एक तहखाने में छिपा दिया गया था. वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'ये लो इसी का डर था, अब तालिबान को अमीर बनाने वाला गोदाम मिल गया है, उसके पास पैसे की अब कोई कमी नहीं है.' पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतह ने भी वीडियो को ट्वीट करते हुए ऐसी ही आशंका जताई है. न्यूज़ नेशन की लाई डिटेक्टर इनवेस्टिगेशन टीम के विनोद कुमार की रिपोर्ट

तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया हो...लेकिन अमेरिका ने उसे कमजोर करने की कोशिशें अब भी जारी रखी हैं. जिसके तहत अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक से जुड़ी करीब साढ़े 9 अरब डॉलर संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया था...इसके अलावा देश की नकदी के शिपमेंट को भी रोक दिया गया था. ऐसा इसलिए किया गया ताकि तालिबान को आर्थिक तौर पर मजबूत बनने से रोका जा सके...लेकिन जिस तरह ये वीडियो सामने आया है उससे अमेरिका समेत कई यूरोपियन देशों की कोशिशों पर पानी फिरता दिख रहा है.हमने वायरल वीडियो की पड़ताल की.

सच तक पहुंचने के लिए हमने वीडियो से ही क्लू तलाशा. तो वीडियो में एक जगह नोटों की गड्डियों के ठीक ऊपर सफेद रंग की एक पट्टी दिखाई दी.

वीडियो के 10वें सेकंट में दिख रही इस पट्टी पर 20 जनवरी 2020 की तारीख लिखी थी...वक्त लिखा है दोपहर करीब डेढ़ बजे. जिससे साफ हो जाता है कि वीडियो अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे से करीब 6 महीने पहले का है.पड़ताल की अगली कड़ी में हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से हमने वीडियो के बारे में जानकारी जुटाई तो हमें यू-ट्यूब का एक पेज मिला.

इस पेज पर हमें यही वीडियो मिल गया जो सोशल मीडिया में वायरल है. वीडियो के कैप्शन में इन डॉलर्स को स्मगलिंग का पैसा बताया गया है. जो दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जब्त किए गए थे.इन डॉलर्स को ईरान से तस्करी करके लाया जा रहा था. लेकिन प्राइवेट जेट की चेकिंग के दौरान ये पैसा पकड़ा गया.बरामद किए गए कुल डॉलर्स 1 बिलियन से ज़्यादा थे. इस तरह हमारी पड़ताल में वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है.वीडियो ना अफगानिस्तान का है और ना ही इसका तालिबान से कोई लेना-देना है.

तस्करी करके लाए गए 1 मिलियन डॉलर्स को तालिबान के हाथ लगा खजाना बताया गया,  न्यूज़ नेशन की पड़ताल में दावा गलत निकला.