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Fact Check:क्या है मोबाइल से 'हार्ट अटैक' होने का सच ?

हमारी लाई डिटेक्टर टीम ने वीडियो की पड़ताल की और एम्स के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अमरेंद्र सिंह से मदद ली. तो उन्होंने मोबाइल के रेडिएशन से हार्ट अटैक की थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया.

Updated on: 31 Dec 2021, 07:59 PM

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया में 3 मिनट का एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो में एक व्यक्ति मोबाइल पर बात करता हुआ कमरे के अंदर दाखिल होता है. ये फोन पर बात करता-करता सोफे पर बैठ जाता है, लेकिन इसी दौरान वो मोबाइल को चार्जिंग पर भी लगा देता है. वीडियो में ठीक एक मिनट इस शख़्स को झटका लगता है और ये सोफे पर बेसुध हो जाता है. दावा किया जा रहा है कि चार्जिंग के दौरान मोबाइल पर बात करने से इस व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया. वायरल वीडियो मुंबई का बताया जा रहा है. वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- "यह खतरनाक है. सबका ख्याल रखना. पानी पीते समय और उसमें मोबाइल चार्जिंग का इस्तेमाल करने के दौरान झटका देखने को मिलता है. भयानक."

पड़ताल

हमारी लाई डिटेक्टर टीम ने वीडियो की पड़ताल की और एम्स के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अमरेंद्र सिंह से मदद ली. तो उन्होंने मोबाइल के रेडिएशन से हार्ट अटैक की थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया. जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल का फोकस वायरल वीडियो पर कर दिया.

गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से हमने वीडियो सर्च किया तो भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा का एक फेसबुक पोस्ट मिला. ये पोस्ट 2 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया था. इस पोस्ट में ज्वाला गुट्टा ने लिखा कि ये एक स्क्रिप्टेड वीडियो है. यानि कि वीडियो में जो कुछ दिखाई दे रहा है, उसकी कहानी पहले से लिखी थी और वीडियो में दिख रहे लोग एक्टिंग कर रहे थे.

पड़ताल के दौरान मिले इस वीडियो के आखिर में एक चेतावनी मैसेज भी दिया गया है. जिसमें चार्जिंग के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही गई है. नीचे लाइक और शेयर का साइन भी दिखाई दे रहा है. जिससे साबित होता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो जागरुकता फैलाने के लिए बनाया गया था, लेकिन अब भ्रम फैला रहा है.