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Fact Check: लॉकडाउन बढ़ाने से पहले क्या पीएम मोदी ने नहीं ली वैज्ञानिकों के कोविड टास्कफोर्स से सलाह, जानें इस दावे की सच्चाई

लॉकडाउन बढ़ाने के ऐलान के बाद एक न्यूज मैगजीन ने खबर छापी कि पीएम मोदी ने ये फैसला लेते समय 21 सदस्यों की व2ज्ञानिक कोविड डास्कफोर्स इस बात की सलाह नहीं थी और उनसे चर्चा के बगैर ही लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया.

Updated on: 15 Apr 2020, 04:10 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट के चलते देश की गंभीर स्थिति देखते हुए 21 दिनों के लॉकडाउन को तीन महीने तक बढ़ा दिया था. पीएम मोदी ने इस बात की घोषणा 14 अप्रैल यानी क21 दिनों के लॉकडाउन के आखिरी दिन की. लॉकडाउन बढ़ाने के ऐलान के बाद एक न्यूज मैगजीन ने खबर छापी कि पीएम मोदी ने ये फैसला लेते समय 21 सदस्यों की व2ज्ञानिक कोविड डास्कफोर्स इस बात की सलाह नहीं थी और उनसे चर्चा के बगैर ही लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया.

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क्या है इस दावे की सच्चाई

इस दावे की सच्चाई ICMR ने ट्वीट करते हुए बताई है. ICMR ने कहा है कि इस सिलसिले में टास्कफोर्स ने पिछले महीने 14 बार पीएम मोदी से मुलाकात की थी और उसके बाद लॉकडाउन से जुड़े सभी फैसले टास्कफोर्स के सभी सदस्यों को साथ में लेकर किए गए. पीएम मोदी ने भी मंगलवार को राष्ट्र रके नाम संबोधन के दौरान कहा था कि उन्होंने सभी एकस्पर्ट्स के साथ बैठक करने के बाद और उनसे सलाह लेने के बाद फैसला लिया है कि लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जाएगा. ऐसे में ये साफ है कि न्यूज मैगजीन में किया गया दावा गलत है.

बता दें, पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा था कि आपलोगों ने त्‍याग करके कोरोना से देश को बचाया है. अनुशासित सिपाही की तरह आपने जो किया है, उसे मैं नमन करता हूं. बाबा साहब के बनाए हमारे संविधान में वी द पीपल की बात कही गई है, यही तो इसका मकसद है. मैं आप सभी की ओर से बाबा साहब को नमन करता हूं. यह देश के अलग-अलग हिस्‍सों में अलग-अलग त्‍योहारों का मौसम है. यह देश उत्‍सवों से अकसर खिलखिलाता रहता है. अनेक राज्‍यों में नया साल प्रारंभ हुआ है. लॉकडाउन में आप सब सादगी से त्‍योहार मना रहे हैं. यह बहुत ही प्रेरक है. मैं नए साल पर आपके और परिवारजन के उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य की मंगलकामना करता हूं.

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550 मामले होने पर ही कर दिया था 21 दिन का लॉकडाउन

उन्होंने कहा कि साथियों, आज पूरी दुनिया में कोरोना से जो हालात पैदा हुआ है, उससे हम भलीभांति अवगत हैं. जब हमारे यहां एक भी केस नहीं था, तभी हमने एयरपोर्ट पर स्‍क्रीनिंग प्रारंभ कर दी थी. अनेक जगहों पर मॉल, थिएटर, क्‍लब, जिम सब बंद कर दिए गए. जब हमारे यहां कोरोना के केवल 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया था. हमने समस्‍या बढ़ने का इंतजार नहीं किया. जैसे ही समस्‍या दिखी, उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया.