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पाकिस्तानी पुलिस का सिपाही 15 हज़ार में बेच रहा है बच्चा- न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच

ऐसा दावा करा जा रहा है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान का है और बच्चे की बोली लगा रहा ये पाकिस्तानी पुलिस कर्मी है जो महज 15 हजार में बच्चा बेच रहा है.

Updated on: 18 Nov 2021, 08:24 PM

highlights

  • एक शख़्स सरेआम बच्चों की नीलामी करता दिखाई दे रहा है
  • वायरल मैसेज में घोटकी नाम की जगह का जिक्र है
  • पुलिसकर्मी को बच्चे के इलाज के लिए छुट्टी चाहिए थी

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया में पाकिस्तान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख़्स सरेआम बच्चों की नीलामी करता दिखाई दे रहा है। इस शख़्स के पास दो बच्चे खड़े दिखाई दे रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान का है और बच्चे की बोली लगा रहा ये शख़्स पाकिस्तानी पुलिस का सिपाही है जो महज़ 15 हज़ार में बच्चा बेच रहा है. वीडियो के साथ जो मैसेज शेयर किया जा रहा है उसमें लिखा है-"शर्मनाक! पाक पुलिसकर्मी लगा रहा है बच्चों की बोली, बोला- 50 हज़ार में खरीदो बेटा, वीडियो वायरल"

पड़ताल में सामने आया सच

सोशल मीडिया में वायरल वीडियो की पड़ताल हमने सोशल मीडिया से ही शुरू की, तो कुछ की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें शेख शर्मद नाम के ट्वीटर यूजर का एक ट्वीट मिला, जिससे हमें पड़ताल का पहला क्लू मिला। इस ट्वीट में लिखा था-"घोटकी पुलिस अधिकारी को बच्चे के इलाज के लिए छुट्टी नहीं दी गई और उसे लरकाना ट्रांसफर कर दिया गया। अधिकारियों को रुपये की रिश्वत देनी होगी। 50,000 छुट्टी लेने और एक्सचेंज को रोकने के लिए, कहां है इंसानियत ?"

कैसे सामने आया सच ?

वायरल मैसेज में घोटकी नाम की जगह का जिक्र है. इस जगह के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि घोटकी पाकिस्तान के सिंध प्रांत का शहर है. लोकेशन का पता चलते ही हमने पड़ताल का फोकस पाकिस्तान के सिंध प्रांत पर किया. तो हमें इंटरनेट पर एक रिपोर्ट मिली. जिसके मुताबिक वायरल वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रांत का ही है और वीडियो में दिख रहे शख़्स का नाम है निसार लशारी। निसार घोटकी में जेल विभाग का कर्मचारी है, जिसे अपने बच्चे के इलाज के लिए छुट्टी चाहिए थी, लेकिन जेल विभाग के अधिकारियों ने छुट्टी देने के बदले 50 हज़ार रुपये की रिश्वत मांगी.

रिश्वत नहीं देने पर निसार लशारी की छुट्टियां रद्द कर दी गई, साथ ही इसका ट्रांसफर घोटकी से 120 किलोमीटर दूर लरकाना में कर दिया गया. बस अपना विरोध दर्ज कराने के लिए निसार ने अपने बच्चों की सड़क पर नीलामी करनी शुरू कर दी. किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया.

वीडियो वायरल होने के बाद सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने इस पुलिसकर्मी का ट्रांसफर रद्द कर दिया और 14 दिन की छुट्टी मंज़ूर कर दी. इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा आधा सही और आधा गलत साबित हुआ है. ये बात सही है कि ये पुलिसकर्मी अपने बच्चों की बोली लगा रहा था, लेकिन ऐसा इसने पैसा कमाने के लिए नहीं किया, बल्कि अपना विरोध दर्ज कराने के लिए किया था.