logo-image

Fact Check: भारत सरकार ने अडानी को बेच दिया इंडियन ऑयल, जानें क्या है सच

तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल को कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी अडानी ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज को बेच दिया है.

Updated on: 19 Feb 2021, 12:33 PM

highlights

  • सोशल मीडिया पर हो रहा है इंडियन ऑयल की बिक्री का दावा
  • PIB Fact Check की पड़ताल में फर्जी पाया गया दावा
  • इंडियन ऑयल का ही जॉइन्ट वेंचर है IndianOil-Adani Gas Pvt Ltd

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया अहम जानकारियों के साथ-साथ झूठी खबरों का भी अड्डा बनता जा रहा है. इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर इंडियन ऑयल और अडानी गैस के एक पंपिंग स्टेशन की तस्वीर वायरल हो रही है. वायरल तस्वीर को साझा कर लोग केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. लोग इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल को कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी अडानी ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज को बेच दिया है. सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर ये तस्वीर काफी वायरल हो रही है.

ये भी पढ़ें- Fact Check: पश्चिम बंगाल चुनाव की तारीखों का ऐलान, जानें क्या है सच

PIB Fact Check ने जब इस दावे की पड़ताल की तो सच सामने आ गया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये तस्वीर तो बिल्कुल सच्ची है लेकिन इस तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से झूठ है. जी हां, भारत सरकार ने सरकारी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल को नहीं बेचा है. बता दें कि इंडियन ऑयल के कई जॉइन्ट वेंचर हैं. ठीक इसी तरह इंडियन ऑयल-अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड भी एक इंडियन ऑयल का ही एक जॉइन्ट वेंचर है. इसमें दोनों कंपनियों का 50-50 हिस्सेदारी है, जिसकी स्थापना साल 2013 में हुई थी.

ये भी पढ़ें- Fact Check: 6 हजार रुपये में लग रही कोरोना वायरस वैक्सीन, जानें सच

PIB Fact Check ने दावे को खारिज करते हुए ट्वीट किया, ''सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को एक निजी संस्था को बेच दिया गया है. यह दावा फर्जी है. वायरल पोस्ट में दिखाई जा रही तस्वीर IndianOil-Adani Gas Pvt Ltd की है, जो एक संयुक्त उद्यम कंपनी है.'' बताते चलें कि अभी हाल ही में केंद्र सरकार को लेकर ऐसी कई अफवाहें और झूठी खबरें वायरल हो चुकी हैं, जिनमें कुछ लोग झूठे दावे करते पाए गए हैं. लोगों ने इससे पहले रेलवे और एयरपोर्ट की बिक्री के भी झूठे दावे कर चुके हैं.