logo-image

कोरोना वैक्सीन को बताया कीटनाशक, जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई 

पूरी दुनिया में वर्ष 2019 के अंत में कोरोना महामारी फैली. इससे लाखों लोगों की जान चली गई. बीते वर्ष ही वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बना ली थी. इसके साथ ही विश्वभर में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान जारी है.

Updated on: 31 May 2022, 06:41 PM

नई दिल्ली:

पूरी दुनिया में वर्ष 2019 के अंत में कोरोना महामारी फैली. इससे लाखों लोगों की जान चली गई. बीते वर्ष ही वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बना ली थी. इसके साथ ही विश्वभर में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान जारी है. इसे लेकर अभी भी अफवाह फैल रही है. अब सोशल मीडिया पर अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को लेकर एक अजीबोगरीब दावा किया जा रहा. सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के अनुसार, अमेरिकी सेना ने कई जगहों पर छापेमारी की थी, जिसमें पता चला कि मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन में कीटनाशक है. इसके बाद 250,000 शीशियों को नष्ट करने का दावा किया गया है. पोस्ट में बताया गया कि 60 शीशियों में से 10 में साइपरमेथ्रिन और रेस्मेथ्रिन पाया गया. यह विशेष रूप से कीटनाशकों में उपयोग होता है. ये इंसानो की तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है.

हमारी टीम ने जब इस पोस्ट की जांच की तो इससे जुड़ा कुछ भी नहीं मिला. अमेरिकी मीडिया ने भी इस तरह की किसी भी खबर को लेकर पुष्टि नहीं की है. उसका कहना है कि एक साल में इस तरह की कोई खबर  प्रकाशित नहीं की. हालांकि एक व्यंग्य वाली साइट पर इस तरह की खबर थी, मगर वह भी सिर्फ मजाक में लिखी गई. इस खबर को कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. ऐसे में सभी से अपील की जाती है कि अगर आपको भी ऐसी कोई पोस्ट दिखाई दे तो उसे शेयर करने की बजाए रिपोर्ट करें, ताकि भ्रामक खबरों पर लगाम लगाई जा सके.

हर​ तरह से सुरक्षित है मॉडर्ना की वैक्सीन 

कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में इस वैक्सीन का खूब उपयोग हो रहा है. इस टीके की दो डोज एक अंतराल के बाद दी जाती है. इसमें हमारी कोशिकाओं को कोरोना वायरस का स्पाइक प्रोटीन बनाने के लिए  आनुवंशिक निर्देश होते हैं. इस वैक्सीन को WHO ने मंजूरी दी है. ट्रायल के बाद इसके डेटा का अच्छे से विश्लेषण किया गया था.