सोशल मीडिया एक तरफ जहां लोगों के लिए वरदाम बना हुआ वहीं ये अब फेक खबरों का भी अड्डा बनता जा रहा है. हर आए दिन फेक तस्वीर, वीडियो और खबरें तेजी से वायरल होती रहती हैं. लेकिन जहां सोशल मीडिया पर फेक खबरें फैलाई जाती है वहीं यहीं से खबरों का सच भी सामने आता है. बस हमें थोड़ी समझदारी और सूझबूझ से काम लेना पड़ता है. कोई भी खबर, तस्वीर को शेयर करने से पहले उसकी पुष्टि कर लेनी चाहिए या इसका इंतजार करना चाहिए. यूके के प्रधानमंत्री भी सोशल मीडिया पर चल रहे फेक खबरों का शिकार हो गए.
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दरअसल, हाल ही में 5 अगस्त को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया. रामभक्तों के लिए ये दिन बेहद ही खास और एक पर्व की तरह था. पूरी दुनिया में रामभक्तों ने इस दिन को धूमधाम से मनाया. 5 अगस्त के दिन राम मंदिर की झलक न्यूयॉर्क टाइम्स स्कवायर तक पर दिखा. लेकिन इसी बीच यूके के पीएम के नाम के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट तेजी से वायरल होने लगा. उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट किया थ, जिसमें वो अपने गृह सचिव के साथ भगवान राम की मूर्ती पर जल चढ़ाते हुए दिख रहे हैं.
बोरिस जॉनसन की इस फोटो को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये राम मंदिर भूमिपूजन के दिन यानि 5 की है. इसमें यूके पीएम गृह सचिव प्रीति पटेल के साथ राम की मूर्ति पर चढ़ाते हुए दिख रहे हैं. इस पोस्ट को बोरिस जॉनसन नाम की आईडी से शेयर किया गया है और लिखा है, 'मैं भारतीय संस्कृति का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं इसलिए मैंने अपने घर पर राम अभिषेक किया.'
हमने जब इस खबर की पड़ताल की तो पता चला की जिस आईडी से ये खबर शेयर की गई थी वो बोरिस का आधिकारिक ट्विटर हैंडल नहीं है. इसके साथ ही हमें The Hindu का एक आर्टिकल और जॉनसन के ऑफिशियल फेसबुक पेज का पोस्ट भी मिला. इसके मुताबिक ये तस्वीर साल 2019 के लंदन के उत्तर पश्चिम इलाके नेसडेन में प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर की है. हमारी पड़ताल में हमने ये पाया कि ये खबर फेक है और यूके के पीएम की तस्वीर राम मंदिर भूमिपूजन के दिन की नहीं है.
Source : News Nation Bureau