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coronavirus( Photo Credit : social media)
सोशल मीडिया पर इस समय कोरोना की चौथी लहर को लेकर नए-नए दावे किए जा रहे हैं. चीन के हालात को देखते हुए देशवासियों में भी खौफ है. यहां पर कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ 7 ने कहर बरपा रखा है. चीन में श्मशान घाटों पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं. अस्पतालों में मरीजों की भरमार है. सोशल मीडिया पर भी चीन से जुड़े ऐसे मामले दिखाए जा रहे हैं. इन वीडियो को लेकर हर कोई दशहत में है कि कही देश चौथी लहर की चपेट में न आ जाए. हाल ही में सोशल मीडिया पर सीई न्यूज नामक एक यूट्यूब चैनल ने यह दावा किया है कि सात दिनों तक भारत बंद करने का निर्णय लिया गया है.
‘CE News’ नामक एक #YouTube चैनल के एक वीडियो में इस तरह का दावा है कि अगले 7 दिनों तक भारत बंद रखने का निर्णय लिया गया है. पीआईबी फैक्ट चेक ने इस संदेश को पूरी तरह से फर्जी बताया है. भारत सरकार ने इस तरह का कोई निर्णय नहीं लिया है. पीआईबी का कहना है कि इस तरह के संदेशों से आम जनता में दहशत बढ़ती है. लोगों में तनाव की स्थिति कायम होती है. ऐसे में इस तरह के संदेश को आगे बढ़ाया नहीं जाना चाहिए.
This message is circulating on social media platforms regarding #COVID19 testing of incoming passengers to India.
The message is #FAKE and #MISLEADING. pic.twitter.com/nNRnFTqaod
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) December 24, 2022
इस तरह का एक और दावा भी सामने आया है. सोशल मीडिया पर एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा है, इसमें दावा किया गया है कि भारत कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए निगेटिव COVID-19 टेस्ट को अनिवार्य करने वाला है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दावे पर किसी भी योजना से साफ इनकार करा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर इसका खंडन किया. मंत्रालय ने इस दावे को भ्रामक बताया. आपको बता दें कि सरकार ने चीन की स्थिति को देखते हुए एहतियाती कदम उठाए हैं. इनमें एयरपोर्ट्स पर रैंडम टेस्ट को शामिल किया गया है.
Source : News Nation Bureau