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Fact Check: क्या इस्लामिक जिहादियों के हमला करने की वजह से गई इस डॉक्टर की जान, जानें सच्चाई

इस तस्वीर को शेयर कर रहे कुछ यूजर्स का दावा है कि डॉक्टर वंदना तिवारी पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में कोरोना का टेस्ट करने के लिए गई थीं जहां इस्लामिक जिहादियों ने उन पर हमला कर दिया. इसके बाद उनकी मौत हो गई.

Updated on: 13 Apr 2020, 05:40 PM

नई दिल्ली:

कोरोना संकट के चलते देशभर की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है लेकिन इसके बावजूद कोरोना अफवाहों का दौर भी लगातार जारी है. इन सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरस हो रही है जिसमें एक महिला काफी गंभीर हालत में अस्पताल के बेड पर लेटी हुई है. महिला का नाम डॉक्टर वंदना तिवारी बताया जा रहा है. इस तस्वीर को शेयर कर रहे कुछ यूजर्स का दावा है कि डॉक्टर वंदना तिवारी पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में कोरोना का टेस्ट करने के लिए गई थीं जहां इस्लामिक जिहादियों ने उन पर हमला कर दिया. इसके बाद उनकी मौत हो गई.

इस दावे के साथ ये तस्वीर फेसबुक और ट्वीटर पर काफी वायरल हो रही है.

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क्या है इस दावे की सच्चाई?

हमने इस दावे की सच्चाई जानने के लिए इस तस्वीर को रिवर्स सर्च इमेज किया तो हमें ट्वीट मिला जिसमें कैलाश नाथ नाम के ट्विटर यूजर का था. उनका दावा था कि डॉक्टर वंदना तिवारी की मौत लगातार ड्यूटी करने की वजह से ब्रेनहैमरेज के चलते हुई है और डॉक्टरों की लाख कोशिश के बावजूदज उन्हें बचाया नहीं जा सका.

इससे क्लू लेकर हमने की वर्ड सर्च किया तो भोपाल समाचार के खबर की एक लिंक मिली जिसमें लिखा गया था कि लगातार ड्यूटी करने की वजह से वंदना तिवारी को ब्रेनहैमरेज हुआ और बाद में उनकी मौत हो गई.

इतना ही नहीं इस सिलसिले में UP पुलिस ने भी एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने साफ किया है कि वंदना तिवारी की घंटना का संबंध मध्य प्रदेश से है और उत्तर प्रदेश में इससे जुड़ी कोई घटना नहीं हुई है.