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Fact Check : क्या FASTag लगाने की डेड लाइन फिर से बढ़ी, जानें सच

सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक मोड के माध्यम से टोल शुल्क वसूलने की समय सीमा अब 15 फरवरी कर दी है. जिसके बाद से इसके बारे में लोगों की जानने की जिज्ञासा बढ़ गई है कि सच में सरकार ने समय सीमा बढ़ा दी गई.

Updated on: 03 Jan 2021, 03:35 PM

नई दिल्ली:

फास्टैग को लेकर सोशल मीडिया पर एक न्यूज वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सड़क परिवहन मंत्रालय ने नेशनल हाइवेज पर FASTag के माध्यम से टोल संग्रह को पूरी तरह से लागू करने की समय सीमा एक बार फिर बढ़ा दी है. सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक मोड के माध्यम से टोल शुल्क वसूलने की समय सीमा अब 15 फरवरी कर दी है. जिसके बाद से इसके बारे में लोगों की जानने की जिज्ञासा बढ़ गई है कि सच में सरकार ने समय सीमा बढ़ा दी गई.

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वायरल हो रही न्यूज की पूरी पड़ताल पीआईबी फैक्ट ने पूरी सच्चाई का पता लगाया है. पीआईबी फैक्ट चेक में यह खबर सही साबित हुई है. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर हैंडल पर पूरी सच्चाई पोस्ट की है. पीआईबी ने लिखा- दावा किया जा रहा है कि फास्टैग के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल शुल्क के संग्रह की समय सीमा बढ़ाई गई है. PIB Fact Check में हां,@MORTHIndia राष्ट्रीय राजमार्गों पर FASTag के माध्यम से टोल शुल्क के संग्रह की समय सीमा 15 फरवरी 2021 तक बढ़ा दी है. पीआईबी फैक्ट चेक में यह खबर सत्य है. 

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बता दें कि पहले 1 जनवरी से देश भर में फास्टैग को अनिवार्य किया जाना था, लेकिन अब फास्टैग को लगाने की समय सीमा आगे बढ़ाई जा चुकी है, ऐसे में आपको अब बिना फास्टैग के टोल प्लाजा से गुजरने पर दुगना टोल नहीं भरना पड़ेगा.