सोशल मीडिया पर एक खबर काफी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीज को ठीक करने के लिए घर में ही एक दवा बना ली गई है. दावा किया जा रहा है कि इस दवा को WHO ने भी अनुमति दे दी है. दरअसल ये दावा एक वायरल मैसेज के साथ किया जा रहा है. इस वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि आखिरकार पॉन्डिचेरी के रामु नाम के एक छात्र ने घर में ही कोरोना की दवा बना ली है जिसे WHO ने भी माल लिया है.
मैसेज में कहा जा रहा है कि छात्र ने ये साबित कर दिया है कि अगर एक चम्मच काली मिर्च पाउडर में 2 चम्मच हनी और थोड़ा अजरक रा रस मिलाकर 5 दिनों तक लें तो कोरोना के प्रभाव को खत्म किया जा सकता है. मैसेज में दावा किया जा रहा है कि इससे कोरोना 100 फीसदी ठीक हो जाएगा. इसी दावे के साथ इस मैसेज हर जगह फॉरवर्ड करने की अपील की जा रही है. लेकिन क्या दावे में सच्चाई है?
क्या है इस मैसेज की सच्चाई?
पीआईबी ने इस खबर की सच्चाई बताई है. पीआईबी के मुताबिक सोशल मीडिया पर किया जा रहा बिल्कुल गलत है. घर में बनाई गई इस दवा अभी तक WHO ने नहीं माना है. पीआईबी के मुताबिक अभी काफी दवाएं ट्रायल पर हैं लेकिन WHO ने ऐसी किसी दवा को मंजूरी नहीं दी है.
ऐसे में साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है और लोगों में भ्रम पैदा के लिए फैलाया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau