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Fact Check: BHU ने नीता अंबानी को भेजा विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने का प्रस्ताव, जानें सच

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है इन खबरों में दावा किया जा रहा है कि BHU के सामाजिक विज्ञान संकाय में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है.

Updated on: 20 Mar 2021, 03:18 PM

highlights

  • सोशल मीडिया पर नीता अंबानी को लेकर वायरल हो रही झूठी खबर
  • बीएचयू में विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने के प्रस्ताव की खबर फर्जी

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया ने जहां एक ओर हमारी जिंदगी में एक बहुत बड़ा सकारात्मक प्रभाव डाला है, वहीं दूसरी ओर इसके कई तरह के नुकसान भी हैं. सोशल मीडिया फर्जी खबरों के एक अड्डा बन चुका है. सच्ची खबरों की तरह ही सोशल मीडिया पर झूठी खबरें भी काफी तेजी से फैलती हैं. इसी सिलसिले में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक खबर चर्चा का विषय बनी हुई है. जी हां, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है इन खबरों में दावा किया जा रहा है कि BHU (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) के सामाजिक विज्ञान संकाय में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है.

बता दें कि नीता अंबानी देश के सबसे धनी शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की पत्नी हैं. सोशल मीडिया पर बीएचयू में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने की खबरें देखते ही देखते सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई. खबर फैलने के बाद सोशल मीडिया के साथ-साथ BHU में इसकी चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया. जिसके बाद खुद BHU प्रशासन ने इस मामले में सफाई दी और सच से पर्दा उठा दिया. बीएचयू ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''BHU स्थित सामाजिक विज्ञान संकाय के महिला अध्ययन केन्द्र में श्रीमती नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने संबंधी मीडिया खबरों के संदर्भ में ये स्पष्ट किया जाता है कि इस बारे में कोई आधिकारिक निर्णय बीएचयू प्रशासन ने नहीं लिया है और न ही ऐसा कोई प्रशासनिक आदेश जारी हुआ.''

बीएचयू के अलावा PIB Fact Check ने भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस खबर की पड़ताल की और सच सामने लेकर आए. PIB Fact Check ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''कुछ खबरों में दावा किया जा रहा है कि BHU के सामाजिक विज्ञान संकाय में श्रीमती नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है. बीएचयू द्वारा ऐसा कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है.'' BHU और PIB Fact Check के स्पष्टीकरण के बाद ये जाहिर हो गया कि बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजने की खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं.