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अफगानिस्तान से लौटे अमेरिकी सैनिकों ने अपने मेडल फेंके, न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच

सोशल मीडिया पर सेना के जवानों का एक वीडियो वायरल हो रहा है.. जिसमें सैनिक बारी-बारी से माइक पर कुछ बोलते हैं. फिर अपना मेडल निकालकर फेंकने लगते है.

Updated on: 15 Oct 2021, 09:01 PM

highlights

  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
  • वीडियो में सैनिक बारी-बारी से कुछ बोलते आ रहे हैं नजर 
  • न्यूज नेशन टीम ने पड़ताल की तो सच आया सामने 

 

नई दिल्ली :

सोशल मीडिया पर सेना के जवानों का एक वीडियो वायरल हो रहा है.. जिसमें सैनिक बारी-बारी से माइक पर कुछ बोलते हैं. फिर अपना मेडल निकालकर फेंकने लगते है. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो अमेरिका का है और जो सैनिक अपने मेडल फेंक रहे हैं. वो बाइडेन सरकार से अपनी नाराज़गी जता रहे हैं. दावे के मुताबिक ये सैनिक अफगानिस्तान से अचानक अपनी वापसी से गुस्से में हैं. वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा. "अफ़गानिस्तान और इराक में लड़ाई लड़ चुके 40 हजार अमेरिकी सैनिकों ने इस्तीफा दे दिया है.. अफगानिस्तान और इराक के लोगों के प्रति सहानुभूति जताते हुए इन्होंने अपने मेडल भी फेंक दिए. इन्होंने स्वीकार किया है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई झूठी थी. इन्होंने अफगानिस्तान और इराक के लोगों से माफी मांगी है..

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पड़ताल
अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में करीब 20 साल रही और फिर अगस्त महीने के आखिर में अफगानिस्तान से लौट गई. अमेरिका के इस फैसले की अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना भी की गई.. लेकिन इस वायरल वीडियो में अमेरिकी सेना की तरफ से ही बगावत का दावा किया गया है. लिहाज़ा हमने इस वीडियो की पड़ताल की.

 

कैसे सामने आया सच ?
हमने वायरल वीडियो की की-फ्रेमिंग कर उसे गूगल रिवर्स इमेज टूल पर सर्च किया तो 22 मार्च 2012 को छपी एक रिपोर्ट मिली.. रिपोर्ट में इन्हीं सैनिकों की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. जिनका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस रिपोर्ट में जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक अमेरिका के इन सैनिकों ने 2012 की नाटो समिट का विरोध किया था.  ये सैनिक इराक और अफ़गानिस्तान की जंग में शामिल हुए थे और इन्होंने इराक और अफ़गानिस्तान के लोगों से माफ़ी मांगते हुए अपने मेडल्स फेंके थे...नाटो के विरोध प्रदर्शन में सर्विस मेडल्स सड़क पर फेंकने वाले सैनिकों की संख्या 40 से 50 थी. शिकागो में हुए इस प्रदर्शन में हजारों लोग शामिल हुए थे. इस तरह हमारी पड़ताल में साफ हो गया, अमेरिकी सैनिकों के मेडल फेंकने का जो दावा किया जा रहा है वो आधा सही और आधा गलत है.. आधा सही इसलिए है, क्योंकि अमेरिकी सैनिकों ने मेडल फेंके थे. लेकिन आधा गलत इसलिए है, क्योंकि ये वीडियो इस साल का नहीं बल्कि 9 साल पुराना है..