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प्रतीक को पिता राज बब्बर से क्यों थी इतनी नफरत?
Pratiek Babbar birthday special: प्रतीक बब्बर अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने लुक्स और स्टाइल को भी लेकर चर्चा में रहते हैं. एक्टर 'दम मारो दम', 'धोबी घाट', 'आरक्षण', 'बागी 2', 'छिछोरे' और 'दरबार' जैसी शानदार फिल्मों में काम कर चुके हैं. प्रतीक बब्बर ने सिर्फ अपनी फिल्मों से ही नहीं बल्कि फिटनेस से भी लोगों को अपना मुरीद बनाया है. लेकिन आपको बता दें कि प्रतीक ने अपनी ज़िन्दगी में काफी उतार -चढ़ाव देखे हैं.अपनी मां और एक्ट्रेस स्मिता पाटिल के निधन से वो इस कदर टूट गए थे कि वो ड्रग के आदी हो गए थे. मां के दुःख में प्रतीक अपने पिता राज बब्बर से नफरत करने लगे थे. नफरत का असर कुछ ऐसा हुआ कि प्रतीक ने अपने नाम के आगे से पिता का सरनेम तक हटा लिया था.
राज बब्बर ने की थीं दो शादियां
दरअसल, राज बब्बर नो दो शादियां की थी. राज बब्बर की पहली शादी नादिरा से हुई थी. उन दिनों राज बब्बर बॉलीवुड में फिल्म पाने के लिए काफी स्ट्रगल कर रहे थे. इस बीच उनकी जिंदगी मैं नादिरा आई. दोनों को प्यार हुआ और 1975 में दोनों ने शादी कर ली. दोनों की शादी अच्छी चल रही थी कि 1984 में आई फिल्म 'आज की आवाज' के दौरान राज बब्बर का दिल स्मिता पाटिल पर आ गया.
बेटे के जन्म के बाद स्मिता का हुआ निधन
इसके बाद राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बीच नज़दीकियां इतनी बढ़ गई कि उस दौर में दोनों लिव-इन में रहने लगे. कहा जाता है राज बब्बर पर स्मिता का जादू इस कदर था कि साल 1986 को उन्होंने अपनी पत्नी नादिरा को छोड़ स्मिता पाटिल के साथ अपना घर बसा लिया था.वहीं शादी के एक साल के अंदर ही स्मिता पाटिल ने एक बेटे को जन्म दे दिया जिसका प्रतीक रखा, लेकिन अफसोस बेटे को जन्म देने के 2 हफ्ते बाद ही 13 दिसंबर 1986 को स्मिता पाटिल का 31 साल की उम्र में निधन हो गया.
स्मिता के निधन के बाद नादिरा के पास लौट गए राज
दरअसल, प्रतीक के जन्म के बाद इंफेक्शन की वजह से स्मिता के एक के बाद एक अंग फेल होते गए और इन्फेक्शन के बढ़ने के बाद अंत में वो काल के गाल में समां गईं थीं. मां के निधन के बाद नन्हें से प्रतीक की परवरिश उनकी नानी मां करने लगी. तो वहीं दूसरी तरफ स्मिता पाटिल के निधन के बाद राज फिर से अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास लौट गए. नादिरा(Nadira) और राज दो बच्चों के पेरेंट्स हैं जिनके नाम जूही और आर्य है.
इस वजह से पिता से हो गई प्रतीक को नफरत
प्रतीक जब थोड़े बड़े हुए तो उन्हें मां की कमी खलने लगी. प्रतीक अपनी मां के निधन के बाद बुरी तरह टूट गए थे. मां के जाने के बाद प्रतीक को इस कदर गहरा सदमा लगा था कि उन्हें ड्रग्स की लत लग गई थी. वो बुरी तरह ड्रग के शिकार हो गए थे जिससे वो बाहर नहीं आ पा रहे थे. वहीं वह अपने पिता से भी नफरत करने लगे थे. दरअसल, प्रतीक बब्बर (Pratiek Babbar) अपनी मां स्मिता पाटिल(Smita Patil) की मौत का जिम्मेदार कई सालों तक राज बब्बर को मानते रहे. उनको लगता था अगर राज चाहते तो वो आखिरी समय में उनकी मां के साथ होते और उन्हें बचा सकते थे. लिहाजा प्रतीक पिता राज बब्बर से नफरत करते रहे और अपनी मां की मौत का कारण मानते रहे. आलम ये था कि प्रतीक पिता राज बब्बर के सरनेम को लगाना भी पसंद नहीं करते थे.
अब सुधरे पिता-बेटे के रिश्ते
हालांकि धीरे-धीरे पिता बेटे में दूरियां कम हुई और दोनों के रिश्ते सुधरे दोनों अब एक साथ दिखाई देते हैं. बता दें कि प्रतीक ने बॉलीवुड में कई फिल्मों में काम किया है. एक दीवाना था, इसक, मुल्क, मित्रों समेत तमाम फिल्में प्रतीक ने की है. इसके अलावा प्रतीक सुशांत सिंह राजपूत स्टार फिल्म छिछोरे (Chhichhore) में भी नजर आए थे.
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