Mrs. Movie: दंगल एक्ट्रेस सान्या मल्होत्रा की फिल्म Mrs. ओटीटी पर जब से स्ट्रीम की गई है, हर तरफ बस इसकी ही चर्चा की जा रही है. आरती कदव (Arati Kadav) के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म की कहानी एक ऐसी लड़की के बारे में बताई गई है, जिसकी शादी हो जाती है और उसकी जिंदगी सिलबट्टे में चटनी पीसने और किचन में खाना बनाने तक सिमटकर रह जाती है. वो अपना सारा जीवन घरवालों की देखभाल में बिता देती है और अपने सपनों को भूल जाती है. तो चलिए आपको फिल्म के उन पहलुओं के बारे में बताते हैं, जिसकी वजह से इस फिल्म को देखना जरूरी हो जाता है.
सोशल मैसेज देती है फिल्म
फिल्म Mrs. सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं बल्कि एक सोशल मैसेज भी देती है. जिसमें दिखाया गया है कि एक महिला शादी के बाद ससुराल जाती है तो उसके मन में कई सवाल, ख्वाहिशें होती है, लेकिन वो सब भूलकर बस परिवार को संभलने में लग जाती है. वैसे जो इस फिल्म में दिखाया गया है वो जरूरी नहीं की हर महिला के साथ होता हो, लेकिन हम जिस समाज में हैं, अधिकतर महिलाओं को इससे गुजरना पड़ता है.
औरतों पर निर्भर होते हैं पुरुष
फिल्म में दिखाया गया है कि सान्या के पति से लेकर उनका ससुर भी उनके ऊपर ही निर्भर होता है. वो सुबह हाथ में पानी देने से लेकर बिस्तर के पास चप्पल लाकर रखने तक का काम करती है. इसमें आप देखेंगे कि कैसे आदमी अपनी छोटी से छोटी जरूरतों के लिए औरतों पर निर्भर होता है. वहीं, इस चीज का क्रडिट भी वो उन्हें नहीं देते हैं.
एक तरह के शोषण को दिखाने का अलग अंदाज
महिलाओं पर शोषण या अत्याचार से जुड़ी कई तरह फिल्में और सीरीज आ चुकी हैं. लेकिन इस फिल्म में आपको महिलाओं पर हो रहे एक तरह के शोषण का अलग अंदाज दिखेगा. इसमें महिला के साथ दिनभर में होने वाली छोटी-छोटी घटनाओं को संजोया गया है जो एक तरह से उसका शोषण ही करती हैं. जब आप फिल्म देखेंगे तो एक्ट्रेस के साथ हो रही हिंसा को उन महिलाओं के साथ जोड़ पाएंगे जो असल में इन सब चीजों से गुजर रही हैं या गुजर चुकी हैं.
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