Riteish Deshmukh on Paparazzi Culture: बॉलीवुड में इन दिनों पैपराजी कल्चर तेजी से बढ़ता जा रहा है. सेलिब्रिटीज का हर मूवमेंट, चाहे वह निजी हो या सार्वजनिक, कैमरों की नजरों से बच नहीं पाता. वहीं हाल ही में एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला के निधन के मौके पर मीडिया कवरेज को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई थी. इस असंवेदनशील कवरेज के बाद अब बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है.
'हमें पैपराजी कल्चर से निपटना सीखना होगा'
हाल ही में एक चैनल को दिए एक इंटरव्यू में रितेश देशमुख ने पैपराजी के बढ़ते दखल पर चिंता जाहिर करते हुए कहा, 'हमें पैपराजी कल्चर से निपटना सीखना होगा. हमारे बच्चे जब खेल रहे होते हैं या हम किसी मैच को एन्जॉय कर रहे होते हैं, तब भी उनकी तस्वीरें खींची जाती हैं. यह चीजें असहज कर देती हैं.'
'ये उनका निजी फैसला है'
रितेश ने ये भी कहा कि उन्होंने अपने बेटों को सिखाया है कि तस्वीर खिंचवाना एक सम्मान की बात हो सकती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हर बार उन्हें मीडिया के सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा, 'जब पैप्स फोटो खींचने की रिक्वेस्ट करें तो थैंक यू कहें और आगे बढ़ जाएं. लेकिन ये जरूरी नहीं कि हर सेलेब्रिटी पैरेंट अपने बच्चों को कैमरे के सामने लाना ही चाहें. ये उनका निजी फैसला है, और इसका सम्मान होना चाहिए.'
उन्होंने आगे कहा, 'पैरेंट्स खुद जानते हैं कि उनके बच्चों के लिए क्या सही है. अगर कोई अपने बच्चों को मीडिया की नजरों से दूर रखना चाहता है, तो इसे भी उतना ही सम्मान मिलना चाहिए जितना किसी के कैमरे के सामने आने के फैसले को.'
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