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Rishab Shetty on Kantara Women Controversy
Rishab Shetty on Kantara Women Controversy: साउथ इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर और निर्देशक ऋषभ शेट्टी इन दिनों अपनी लेटेस्ट फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ को लेकर खूब चर्चा में हैं. फिल्म ने रिलीज के पहले ही दिन बॉक्स ऑफिस पर 60 करोड़ रुपये का जबरदस्त कलेक्शन कर तहलका मचा दिया है. वहीं, अब ऋषभ शेट्टी का एक नया इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें उन्होंने फिल्म पर लगे विवादित आरोपों पर खुलकर अपनी बात रखी है. तो चलिए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा?
'कांतारा मर्दों की दुनिया नहीं है'
हाल ही में एक मीडिया हाउस से बातचीत में ऋषभ शेट्टी ने उन आरोपों का जवाब दिया जिनमें कहा जा रहा था कि ‘कांतारा’ में महिलाओं को कमजोर और सेकेंडरी फॉर्म में दिखाया गया है. उन्होंने साफ कहा, 'मैं ये बिल्कुल नहीं मानता कि कांतारा मर्दों की दुनिया है. पहली फिल्म में मां का किरदार बहुत अहम था.'
उन्होंने बताया कि फिल्म का क्लाइमेक्स सिर्फ उनके दैव नर्तक (देवता का नृत्य करने वाले पात्र) तक सीमित नहीं था. उन्होंने कहा, 'जब मैं दिव्य आत्मा का नृत्य कर रहा था, तब मां ढोल बजा रही थीं. मां का आशीर्वाद लिए बिना वो रिचुअल पूरा नहीं हो सकता था. हमारी फिल्म दिव्यता के बारे में है और मां उस सुपीरियर एनर्जी की प्रतीक हैं.'
'शिवा की कमजोरी उसकी मां थी'
ऋषभ शेट्टी ने आगे फिल्म के मुख्य किरदार शिवा को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि फिल्म में शिवा की छवि शुरुआत में विलेन जैसी दिखाई गई थी, लेकिन उसमें भी मानवीय भावनाएं छुपी थीं.' उन्होंने कहा, 'शिवा गलत काम करता है, बेखौफ है, लेकिन मां से डरता है. जब उसे बुरा सपना आता है तो वो बच्चा बनकर मां के पास भाग जाता है और उनके पास सो जाता है. ये उसकी कमजोरी दिखाता है.'
'महिला किरदारों को मिलता है पूरा सम्मान'
ऋषभ ने अपने बयान में ये भी कहा कि उनकी फिल्मों में महिला किरदार हमेशा मजबूत होते हैं. उन्होंने खास तौर पर ‘कांतारा चैप्टर 1’ में कनकावती के किरदार का ज़िक्र करते हुए कहा, 'कनकावती का रोल बहुत दमदार है. मैं अपने किरदारों को जस्टिफाई करता हूं, भले ही आलोचकों की राय अलग हो.'