Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक तरफ जहां पाक एक्टर फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल पर बैन लगा दिया गया. तो वहीं दूसरी ओर दिलजीत दोसांझ की फिल्म से पाकिस्तानी एक्टर हानिया आमिर को बाहर कर दिया गया. वहीं अब इस पूरे मामले पर जावेद अख्तर ने भी रिएक्ट किया है. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि क्या पाक कलाकारों को भारत में काम करने देना चाहिए या नहीं.
पाकिस्तानी कलाकारों का किया स्वागत
पहला सवाल यह होना चाहिए कि क्या हमें पाकिस्तानी कलाकारों को यहां आने देना चाहिए. इसके दो जवाब हैं, दोनों ही समान रूप से लॉजिकल हैं. यह हमेशा एकतरफा रहा है. नुसरत फतेह अली खान, गुलाम अली, नूरजहां भारत आए, हमने उनका बहुत अच्छा स्वागत किया. फैज अहमद फैज, जो महान कवि हैं, वह पाकिस्तान में रहते थे. जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान वह भारत आए, तो उनके साथ एक राष्ट्राध्यक्ष जैसा व्यवहार किया गया, सरकार द्वारा बहुत सम्मान दिया गया.'
लता मंगेशकर को क्यों नहीं बुलाया
इसके आगे उन्होंने कहा- मुझे पाकिस्तान के लोगों से कोई शिकायत नहीं है. पाकिस्तान के बड़े-बड़े कवियों ने लता मंगेशकर के लिए गीत लिखे हैं. 60 और 70 के दशक में लता मंगेशकर भारत और पाकिस्तान की सबसे लोकप्रिय गायिका थीं, लेकिन पाकिस्तान में लता मंगेशकर का एक भी कार्यक्रम क्यों नहीं हुआ?'