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कैसे ऑस्कर विनर गुनीत मोंगा ने बनाई Gyaarah Gyaarah सीरीज? न्यूज नेशन के साथ शेयर किया वर्क एक्सपीरियंस

Guneet Monga: गुनीत मोंगा ने हाल ही में न्यूज नेशन से बातचीत में बताया कि वो किसी भी फिल्म या सीरीज में काम किस तरह से करती हैं. प्रोड्यूसर ने अपना वर्क एक्सपीरियंस शेयर किया है.

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Sezal Thakur
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Guneet Monga: बॉलीवुड के फेसम फिल्म प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने अपने करियर में कई बड़ी फिल्मों का निर्माण किया है. गुनीत को उनकी फिल्मों के लिए दुनियाभर से सम्मान मिल चुका है. पिछले साल उन्हें डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' (The Elephant Whisperers) के लिए ऑस्कर  अवॉर्ड  मिला था. अब कुछ समय पहले गुनीत की फिल्म किल  (Kill) और वेब सीरीज ग्यारह-ग्यारह (Gyaarah Gyaarah) रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों का बेहद प्यार मिल रहा. गुनीत ने हाल ही में न्यूज नेशन से बातचीत में बताया कि वो किसी भी फिल्म या सीरीज में काम किस तरह से करती हैं. प्रोड्यूसर ने अपना वर्क एक्सपीरियंस शेयर किया है. 

सीरीज में काम करने को लेकर क्या कहा?

गुनीत मोंगा ने अब तक बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी, जिनमें दसवेदानियां, वन्स अपऑन अ टाइम इन मुंबई, गैंग्स ऑफ वासेयपुर, शाहिद, द लंच बॉक्स, मिक्की वायरस, मानसून शूटआउट और हरामखोर शामिल है. ऐसे में ग्यारह-ग्यारह वेब सीरीज पर काम करने को लेकर उन्होंने कहा- 'मुझे लगता है कि एक सीरीज में काम करना ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है. फिल्में बनाना मेरे लिए आसान है, लेकिन एक सीरीज को लिखने के लिए लंबा समय चाहिए होता है. हर एक एपिसोड को क्लिफहैंगर के साथ उतारना पड़ता है. दर्शकों के लिए कुछ ऐसा करना पड़ता है, जो उन्हें आकर्षित करें, एपिसोड में 30-40 मिनट तक टिके रहे और क्लिफहैंगर पर  छोड़ना ताकि वो दूसरा एपिसोड देखे. सीरीज की शूटिंग तो फिल्म की तरह ही है, लेकिन संगीत, विशेष रूप से क्लिफहैंगर्स को डिजाइन करना मेरे लिए नया अनुभव था. इसी के साथ  एक दिलचस्प चुनौती रही है जिसे मैंने ग्यारह ग्यारह के साथ स्वीकार किया है.'

ग्यारह ग्यारह के लिए की कितनी मेहनत?

गुनीत मोंगा ने कहा- 'मैं एक निर्माता हूं जो परियोजनाएं चुनता है और हमने कोरिया में एंटरटेनमेंट से अधिकार प्राप्त करने के लिए एक साल बिताया. उसके बाद, मैं लेखकों को चुनने की अपनी यात्रा शुरू की. मुझे खाली बैठना पसंद नहीं है, इसलिए मैं प्री-प्रोडक्शन में काम करती हूं. मैं कुछ समय के लिए दूरी बना ली, अकेले रही, ताकि ज्यादा सोच सकू और फिर उस दृश्यों पर काम करूं जो मैंने कल्पना किए. फिर जब टीम तैयार होई, तो साथ मिलकर काम किया.  मैं लगातार संपादक, प्रेरणा सहगल और उमेश बिस्ट के काम को देखती थी. शो में भी कलाकारों ने शानदार काम किया. मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि लोगों के ये सीरीज पसंद आई और जिस तरह से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया मिल रीह हैं मैं खूश हूं.'

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